-रोडवेज बनारस रीजन की 300 ईटीएम में छेड़छाड़ करके खूब हुआ फर्जी टिकट का खेल

-हेडक्वार्टर की ओर से शुरू हुई है जांच में करोड़ों के गोलमाल की आशंका

रोडवेज बस में परिचालकों द्वारा लाखों रुपये के फर्जी टिकट बनाने के खेल को एसटीएफ ने पकड़ा तो लखनऊ मुख्यालय तक हिल गया था। मामले की जांच शुरू हुई तो

उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में घोटालों की परत दर परत खुलने लगी।

फर्जी टिकट बनाने का खेल अलीगढ़ और आगरा में ही नहीं बनारस रोडवेज में भी जमकर हुआ। हेडक्वार्टर से गठित जांच कमेटी ने बनारस रीजन में लगभग तीन सौ से अधिक इलेक्ट्रानिक टिकटिंग मशीन (ईटीएम) में छेड़छाड़ पाया है। विभिन्न डिपो से 35 से 40 ईटीएम की जांच चल रही है। इस खेल के पीछे रोडवेज अधिकारियों का हाथ होने की बात सामने आ रही है।

करोड़ों रुपये का गोलमाल

बनारस रीजन के आठ डिपो में रोडवेज मुख्यालय की जांच टीम ने गोपनीय तरीके से जांच पड़ताल की है। पता चला कि यात्रियों को एक ही टिकट बार-बार जारी किया जा रहा था। करीब तीन सौ से अधिक ईटीएम में ऐसा पाया गया है कि बेबिल व इस्पेक्टर रिपोर्ट एफ-वन निकालने के दौरान धनराशि की बड़ी रकम में गोलमाल की गई है। लाखों रुपये का घोटाला सामने आ रहा है। यदि धनराशि करोड़ों में जाए तो संदेह नहीं होनी चाहिए।

कई बार निकाला एफ-वन रिपोर्ट

जांच टीम की मानें तो बेबिल व इस्पेक्टर रिपोर्ट को दिन भर में कम से कम पांच से सात बार ही निकाल सकते हैं। लेकिन परिचालकों ने सेटिंग करते हुए दिन भर में 50 से अधिक बार रिपोर्ट निकाला है। हालांकि इस खेल में कुछ संविदा पर रखे गए चालक-परिचालक के अलावा विभाग से जुड़े भी परिचालक भी जांच के घेरे में हैं। फर्जी टिकट का खेल सालों से चल रहा है। इस खेल में परिचालकों के अलावा जिम्मेदार पद पर बैठे अधिकारियों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। यूनियन नेता पूर्व अधिकारियों व वर्तमान अधिकारियों पर भी जांच की मांग कर रहे हैं। मुख्यालय भी इस मामले में पल-पल की रिपोर्ट ले रहा है।

गिरोह बनाकर करते थे काम

जून 2018 में अलीगढ़ व आगरा रोडवेज डिपो में फर्जी टिकट का खेल यह सामने आया था। इसमें कुछ परिचालकों ने ईटीएम में छेड़छाड़ करते हुए यात्रियों को एक ही टिकट बार-बार जारी किया था। सालों से सिंडिकेट बनाकर काम को अंजाम दे रहे थे। परिहवन निगम के एमडी तक बात पहुंची। तत्काल एसटीएफ से जांच कराई तो आधा दर्जन से अधिक परिचालक गिरफ्तार हुए। यही नहीं, विभाग ने सख्त रवैया अपनाते हुए आगरा व अलीगढ़ के आरएम, एआरएम सहित अन्य को निलंबित करने के अलावा बर्खास्त तक किया है।

सभी डिपो के संबंधित एआरएम जांच पड़ताल कर रहे हैं। संविदा पर रखे गए कुछ परिचालकों की भी जांच चल रही है यदि जांच में कोई दोषी पाया जाता है तो कठोर कार्रवाई तय है।

केके शर्मा, आरएम

बनारस रीजन, रोडवेज

एक नजर

513

से अधिक है बनारस रीजन में बसें

35000

पैसेंजर्स रोज करते हैं सफर

130

बसें है सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज की

10000

पैसेंजर्स करते हैं इन बसों में सफर

1000

लगभग है रीजन में ईटीएम मशीन

300

से अधिक ईटीएम जांच के घेरे में