- जम्मू-कश्मीर और आंध्र प्रदेश में बसों के संचालन की जिम्मेदारी उठाएगा उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम

- इसके लिए परिवहन निगम जल्द करेगा भर्तियां, कम्प्यूटर एक्सपर्ट से लेकर टेक्नीशियन तक की होंगी भर्तियां

LUCKNOW: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) अब दो अन्य प्रदेशों में भी बसों के संचालन की जिम्मेदारी निभाएगा। आंध्र प्रदेश और जम्मू और कश्मीर ने परिवहन निगम से बेहतर संचालन के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के एमडी से सम्पर्क किया है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि दोनों ही प्रदेशों में सेंट्रल कमांड ऑफिस बनेगा और वहां के अधिकारियों को बसों के संचालन से जुड़ी जानकारी दी जाएगी। सेंट्रल कमांड ऑफिस और वहां अन्य व्यवस्थाओं की देखभाल के लिए परिवहन निगम सॉफ्टवेयर एक्सपर्ट से लेकर टेक्नीशियल तक लोगों की भर्तियां कर सकता है।

दो स्टेट ने की है मांग

विभागीय अधिकारियों ने बताया कि यूपीएसआरटीसी में पिछले हफ्ते एक बैठक में आंध्र प्रदेश और जम्मू और कश्मीर परिवहन के अधिकारियों के साथ बैठक हुई। इस बैठक में बाहर से आए अधिकारियों ने यूपीएसआरटीसी के एमडी ने अपने स्टेट में बसों के संचालन के लिए यहां की टेक्नालॉजी की मांग की। ऐसे में यहां पर परिवहन निगम मुख्यालय के कैम्पस में बने सेंट्रल कंट्रोल कमांड ऑफिस बनाए जाने की बात भी तय हो गई है। यहां के अधिकारी दोनों प्रदेशों में जाकर वहां पर सेंट्रल कमांड ऑफिस बनाएंगे। इसके अतिरिक्त यहां पर बसों पर नजर रखने के लिए वीटीएस (व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम) और एंटीकोलाइजिंग सिस्टम समेत सभी उपकरण दोनों प्रदेशों में लगाने होंगे। यूपीएसआरटीसी ने दोनों प्रदेशों में सभी व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी तो ले ली है साथ ही इसके लिए उनसे फीस की डिमांड भी की है।

नयी भर्तियां भी होंगी

यूपीएसआरटीसी के अधिकारियों ने बताया कि दोनों जगहों पर यहां की तरह सिस्टम डेवलप करने के लिए सॉफ्टवेयर इंजीनियर से लेकर कारीगर और अन्य लोगों की जरूरत पड़ेगी। ऐसे में एक बार फिर से बड़ी संख्या में परिवहन निगम भर्तियां कर सकता है, लेकिन शर्त यही होगी कि उन्हें जॉब के लिए आंध्र प्रदेश और जम्मू और कश्मीर जाना होगा। यूपीएसआरटीसी के सिस्टम में लगे अधिकारियों को यहां से वहां शिफ्ट करने पर काम प्रभावित हो सकता है।

हो चुका है करार

आईटीएमएस के अधिकारियों ने बताया कि अभी तक जम्मू-कश्मीर और आंध्र प्रदेश के यहां बसों का संचालन डेवलप किए जाने के लिए परिवहन निगम के बीच लिखित समझौता हो चुका है। वहां पर काम किए जाने के लिए दोनों ही स्टेट से फीस ली जाएगी। उसके बाद वहां पर यहां की तरह ही सिस्टम डेवलप किए जाएंगे।

अन्य प्रदेशों के लोग उत्तर प्रदेश की तर्ज पर अपने यहां निगम की बसों का संचालन करना चाहते हैं। इसके लिए जल्द ही यहां से टीम वहां के लिए रवाना की जाएगी। इससे निगम को आर्थिक फायदा होगा।

- के रविन्द्र नायक

एमडी, परिवहन निगम

- दस करोड़ की रायल्टी मिलने की उम्मीद

परिवहन निगम के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में बसों की ऑपरेटिंग सिस्टम को बेहतर करने के लिए जिस कंपनी से सौदा हुआ था तो हमारे 38 करोड़ रुपए खर्च हुए थे। जबकि हमारें यहां दस हजार बसें हैं। वहीं आंध्र प्रदेश में 19000 और जम्मू और कश्मीर में 4000 बसों का संचालन हो रहा है। ऐसे में अनुमान यह है कि दोनों निगमों से प्रदेश के परिवहन निगम को दस करोड़ की रॉयल्टी मिलने की उम्मीद है। इसके लिए परिवहन निगम ने दोनों निगमों प्रस्ताव भेज दिया है।