पहली पाली की परीक्षा के दौरान वाट्सएप पर लीक हुआ क्वेश्चन पेपर

भड़के अभ्यर्थी, कइयों ने छोड़ दी दूसरी पाली की परीक्षा

ALLAHABAD: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) द्वारा कराई जा रही लोअर सबआर्डिनेट सर्विसेज परीक्षा 2016 का सॉल्व पेपर परीक्षा के बीच ही वाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया पर वॉयरल हो गया। इसकी जानकारी होते ही प्रतियोगी छात्रों में हड़कंप मच गया। छात्रों का आरोप है कि परीक्षा में जोरदार धांधली की गई है, इसलिए परीक्षा रद कर दी जाए। सबआर्डिनेट की परीक्षा रविवार को सुबह दस से दोपहर साढ़े बारह व दोपहर ढाई बजे से शाम पर बजे तक दो पालियों में आयोजित की गई। पहली पाली की परीक्षा के दौरान सॉल्व पेपर सोशल मीडिया पर वॉयरल हुआ। पहली पाली की परीक्षा छूटने के बाद अभ्यर्थियों ने क्वेश्चन का मिलान किया तो लीक हुए पेपर से कई क्वेश्चन मैच कर रहे थे। इससे अभ्यर्थी भड़क उठे। नाराजगी जाहिर करते हुए कई अभ्यर्थियों ने दूसरी पाली की परीक्षा ही छोड़ दी।

हूबहू मिल रहे थे प्रश्न

पहली पाली के प्रश्न पत्र में पूछे गए कई सवाल वाट्सएप पर वायरल हुए पर्चे में शामिल प्रश्नों से हूबहू मिल रहे थे। वाट्सएप पर वायरल हुए क्वेश्चन पेपर में प्रश्न संख्या 59 और एग्जाम सेंटर में बंटे डी सीरीज का 74 वां सवाल सेम रहा। सवाल में पूछा गया था कि भारत के संविधान के किस अनुच्छेद के अधीन राज्यों के राज्यपाल को अध्यादेश जारी करने की शक्ति है। इसी प्रकार वायरल पेपर के प्रश्न संख्या 60 और डी सीरीज के प्रश्न संख्या 75 हूबहू है। सवाल था कि निम्न में से कौन सी किताब सरोजनी नायडू द्वारा लिखित नहीं है। इसी प्रकार क्वेश्चन वाट्सएप पर वायरल पेपर और परीक्षा केंद्रों पर दिए गए प्रश्न पत्र में हूबहू रहे, जो अन्य सीरीज से मेल खाते दिखे।

दूसरी पाली में घटी उपस्थिति

पहली पाली में क्वेश्चन पेपर आउट होने की सूचना का असर दूसरी पाली की परीक्षा में साफ दिखाई दिया। रविवार को अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से आयोजित परीक्षा में कुल 23800 अभ्यर्थियों को सिटी में पेपर में उपस्थित होना था। अभ्यर्थियों की संख्या को देखते हुए कुल 48 सेंटर्स बनाए गए थे। पहली पाली की परीक्षा में कुल 11353 यानी 47.70 प्रतिशत अभ्यर्थी उपस्थित रहे। जबकि दूसरी पाली की परीक्षा में ये उपस्थिति घटकर 11125 यानी 46.74 हो गई। उधर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने पेपर आउट होने की जानकारी न होने की बात कहते हुए शांतिपूर्ण परीक्षा का दावा किया।

मेल खाने वाले सवाल

1. भारत के संविधान के किस अनुच्छेद के अधीन राज्यों के राज्यपाल को अध्यादेश जारी करने की शक्ति है।

2. निम्न में से कौन सी किताब सरोजनी नायडू द्वारा लिखित नहीं है।

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लखनऊ में सेंटर के बाहर बंटा पर्चा

सूत्रों की माने तो लखनऊ के आलमबाग स्थित श्यामा चंद्र कॉन्वेंट इंटर कॉलेज के बाहर पैसा लेकर पर्चा बांटा जा रहा था। जिसमें हू-ब-हू वही सवाल थे जो अंदर बंटे पेपर में थे। वहीं केन्द्र के अंदर एक अभ्यर्थी के पास पूरे पेपर के सही जवाब लिखा कागज भी मिला। श्यामा चंद्र कॉन्वेंट इंटर कॉलेज सेंटर में शोएब मसूद नाम का अभ्यर्थी परीक्षा दे रहा था। इसके प्रवेश पत्र पर पूरे पेपर के जवाब क्रम में लिखे थे। कमरे में बैठे दूसरे छात्रों ने जब यह देखा तो वो इसका विरोध करने लगे। आरोप है कि स्कूल के ही एक शिक्षक ने शोएब को जवाब लिखा प्रवेश पत्र उपलब्ध करवाया था। हालांकि स्कूल के प्राचार्य सुरेन्द्र सिंह का कहना है कि पेपर खत्म होने के बाद पर्चा लीक होने की बात सामने आई है।

पर्चा लीक होने का सिलसिला

- 10 मई को आयोजित पीसीएस प्री 2015 का परीक्षा आउट हुआ था। इसे लेकर प्रतियोगी परीक्षार्थियों ने जमकर हंगामा किया था।

- आरआरबी आनलाइन परीक्षा का 23 अप्रैल को पेपर लीक हुआ था। एसटीएफ ने तेलियरगंज में एक मकान पर धावा बोलकर तीन लोगों का पकड़ा था। ये पीसी लैपटॉप दूर स्थित सेंटर पर एग्जाम दे रहे कैंडिडेट का पेपर सॉल्व कर देते थे। आरआरबी ने छह सेंटर्स पर होने वाले एग्जाम को कैंसिल कर दिया था।

- इलाहाबाद यूनिवर्सिटी परास्नातक प्रवेश परीक्षा का पर्चा 24 जून 2016 को आउट हो गया था। इसे लेकर अभ्यर्थियों ने हंगामा किया, लेकिन यूनिवर्सिटी ने पर्चा लीक होने से इंकार कर दिया।

- बीटीसी 2014 प्रथम सेमेस्टर का पेपर भी 25 अप्रैल को वाट्सएप पर लीक हो गया था। हिंदी, संस्कृत व कंप्यूटर सब्जेक्ट का पेपर परीक्षा शुरू होने से पहले ही बाहर आ गया था।

- एआईपीएमटी का पेपर भी लास्ट इयर वाट्सएप पर लीक हुआ था। हरियाणा में पेपर लीक हो जाने के बाद पूरे देश में बवाल हुआ। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर यह परीक्षा दो बार आयोजित की गई थी।