- मैथ के सवालों में उलझे कैंडिडेट्स

- सेंटर दूर होने से भी हुई समस्या, डॉक्युमेंट होने पर भी कई न दे सके एग्जाम

GORAKHPUR: उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 'यूपीटीईटी' के प्राइमरी कैंडिडेट्स को मैथ ने उलझाया। साथ ही जनरल नॉलेज सेक्शन में लेटेस्ट करेंट अफेयर्स के क्वश्चंस ने कई को हैरत में डाल दिया। जबकि उच्च प्राइमरी स्कूल्स के कैंडिडेट्स को मैथ, साइंस और भाषा के सवालों ने छकाया। रविवार को शहर में 80 सेंटर्स पर आयोजित परीक्षा की पहली पाली में 50 जबकि दूसरे में 30 सेंटर्स पर परीक्षा हुई। इन सेंटर्स पर 45381 कैंडिडेट्स ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। पहली पाली में रजिस्टर्ड 27753 कैंडिडेट्स में से 26047 प्रजेंट हुए जबकि दूसरी पाली में 17628 कैंडिडेट्स में से 16574 स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी। यानि पहली पाली में 1706 और दूसरी पाली में 1054 कैंडिडेट्स अबसेंट रहे।

मैथ ने किया परेशान

पहली पाली में परीक्षा देने आए कैंडिडेट्स को सबसे अधिक मैथ के सवालों ने उलझाया। पेचीदा सवालों में उलझे कैंडिडेट्स ने पेपर्स का ज्यादातर समय मैथ के सवालों को सॉल्व करने में ही लगा दिया। जबकि जनरल नॉलेज में लेटेस्ट करेंट अफेयर्स के क्वेश्चन आने के कारण कुछ को उलझन हुई। सिकरीगंज से परीक्षा देन आए हैदर ने बताया कि लेटेस्ट करेंट अफेयर्स के सवाल पूछे जाने की कम उम्मीद थी। वहीं दूसरी पाली के कैंडिडेट्स को मैथ व साइंस के सवालों ने काफी परेशान किया। हालांकि ज्यादातर कैंडिडेट्स का कहना था कि उनका पेपर बढि़या हुआ है।

पांच टॉपिक पर 150 अंक

दोनों ही पालियों की परीक्षा पांच टॉपिक में डिवाइड थी जिसमें प्रत्येक के 30-30 अंक तय थे। क्लास 1 से 5 तक की कैटेगरी वाली परीक्षा देने वाले कैंडिडेट्स को बाल विकास, हिंदी, भाषा 'जिसमें उर्दू, संस्कृत व अंग्रेजी में से कोई एक', मैथ व पर्यावरण के टॉपिक थे। सभी टॉपिक्स से 30-30 सवाल पूछे गए थे जिनके सही होने पर एक नंबर मिलेगा, गलत जवाब पर नंबर नहीं काटे जाएंगे। जबकि दूसरी पाली के कैंडिडेट्स को बाल मनोविज्ञान, हिंदी, भाषा 'संस्कृत, उर्दू, अंग्रेजी में से एक', मैथ या साइंस और पर्यावरण या विज्ञान में से किसी एक विषय को चुनना था। यहां भी सभी सवालों के जवाब पर एक नंबर दिए जाएंगे। दोनों की पेपर 150 अंकों के थे।

कोट्स

लेटेस्ट करेंट अफेयर्स के क्वेश्चन ने थोड़ा चौंकाया। इतनी जल्दी के सवालों की उम्मीद कम थी। हालांकि पेपर काफी अच्छा हुआ है।

- हैदर अली, कैंडिडेट

मैथ के क्वश्चन एवरेज से अधिक कठिन थे जिसके कारण उनको सॉल्व करने में समय लगा। बाकि सवालों से समस्या नहीं हुई।

- समीर चौधरी, कैंडिडेट

साइंस व मैथ के सवाल ठीक थे लेकिन जिन लोगों ने पढ़ाई नहीं कि उनके लिए समस्या हुई होगी। पेपर देखकर ही खुश हो गई थी।

- नीलू पांडेय, कैंडिडेट

परीक्षा के कारण महीनों से तैयारी कर रहा था। इस वजह से कोई समस्या नहीं हुई। खुद को लगातार अपडेट करना फायदेमंद रहा।

- शशांक द्विवेदी, कैंडिडेट