- कुलसचिव ने अपने ऊपर लगे आरोपों से जुडे़ किसी भी मामले में कोई सफाई नहीं दी

- मंडे को दोबारा से कुलसचिव और वित्त अधिकारी वीरेंद्र चौबे को होंगे पेश

LUCKNOW: यूपीटीयू में ब्ब् इंजीनियरिंग कॉलेजों की फर्जी सम्बद्धता के मामले में आरोप झेल रहे कुलसचिव यूएस तोमर शनिवार को जांच कमेटी के सामने प्रस्तुत हुए। हालांकि, कुलसचिव ने अपने ऊपर लगे आरोपों से जुडे़ किसी भी मामले में कोई सफाई नहीं दी। वह किसी काम के लिए सिटी से बाहर जाने की बात कहकर चले गए। इस मामले पर आगे की जांच के लिए कमेटी ने मंडे को उन्हें दोबारा से पेश होने के लिए कहा है।

नहीं दिया कोई जवाब

इस मामले की जांच के लिए यूपीटीयू वीसी ने न्यायमूर्ति एके सिंह, सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी एसएन झा व प्रो। जीएन पांडेय की एक कमेटी गठित की है, जो इस मामले की जांच के लिए शनिवार को यूपीटीयू पहुंची थी। यूपीटीयू के प्रो। वीसी प्रो। डीएस यादव का कहना है कि जांच कमेटी ने कुलसचिव को आर्किटेक्चर कॉलेज ज्वाइंन न करने, अपने कमरे में ताला बंद करने, सम्बद्धता और अपनी नियुक्ति के मामले दस्तावेज पेश करने के लिए नोटिस जारी किया था। कुलसचिव यूएस तोमर ने किसी प्रकार का कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए है। वही सम्बद्धता मामले में वित्त अधिकारी पर सभी जिम्मेदारियों का ठीकरा फोड़ दिया। उन्होंने बताया कि जांच कमेटी ने इस मामले की जांच के लिए मंडे को दोबारा से कुलसचिव और वित्त अधिकारी वीरेंद्र चौबे को पेश होने को कहा है।