- सिटी में यूरिनल व्यवस्था ना होने से हो सकती है गंभीर बीमारियां

- किडनी में स्टोन वाले मरीजों को ज्यादा देर नहीं रोकना चाहिए यूरिनेट

GORAKHPUR: अगर आपकी किडनी में स्टोन है तो शहर के मार्केट्स में खरीदारी करने न जाए। अगर आपने ऐसा किया तो ये आपको असहनीय दर्द दे सकता है। यहां के ज्यादातर बाजारों में पब्लिक टॉयलेट की कमी के चलते लोगों को होने वाली परेशानी का एक पहलू ये भी है। डॉक्टर्स का कहना है कि ज्यादा देर तक पेशाब रोकना सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। ऊपर से अगर किसी की किडनी में स्टोन हो तो ये उसके लिए भी और भी खतरनाक है। यहां के मार्केट्स में सामने आई यूरिनल की कमी के चलते रोजाना हजारों लोगों को मजबूरन इस दिक्कत का सामना करना पड़ता है। वहीं, जिम्मेदार हैं कि अब भी समस्या से बेखबर बने हुए हैं।

कैंपेन बन गया है मुद्दा

शहर में पब्लिक टॉयलेट की कमी को लेकर चल रहा आई नेक्स्ट का कैंपेन 'जाएं तो जाएं कहां' गोरखपुराइट्स के लिए बड़ा मुद्दा बन गया है। लोगों की जबरदस्त प्रतिक्रिया आने के बाद इसी क्रम में हमने डॉक्टर्स से इस संबंध में बात की। मार्केट में खरीदारी करते समय मजबूरन पेशाब रोकने को डॉक्टर्स ने एक सुर में इसे लोगों के लिए बेहद नुकसानदायक बताया।

महिलाओं को हो सकता है इंफेक्शन

अल्ट्रासाउंड और यूरिन से संबंधित होने वाली बीमारियों की एक्सपर्ट डॉ। प्राची ने कहा कि सिटी में यूरिनल ना होना एक बड़ी समस्या बन चुकी है। उन्होंने बताया कि चाहे पुरुष हो या फिर महिला, ज्यादा देर तक पेशाब रोकने से उसका यूटीआई लेवल बढ़ जाता है। ये स्वस्थ व्यक्ति को भी बीमार कर सकता है। डॉ। प्राची ने आगे बताया कि कोई भी सामान्य व्यक्ति 3-4 घंटे तक पेशाब रोक सकता है, लेकिन स्टोन से पीडि़त मरीज ज्यादा देर तक पेशाब नहीं रोक सकते। उन्हें ऐसा करना भी नहीं चाहिए। महिलाओं के लिए तो ये और भी खतरनाक है, क्योंकि इससे उन्हें टेलरीक इंफेक्शन का खतरा हो सकता है। उन्होंने आगे बताया कि 50 वर्ष से ऊपर के ज्यादातर लोग यूरिनरी ब्लैडर से संबंधित रोगी हो ही जाते हैं। ऐसे में पेशाब रोकना उनके लिए बेहद असहनीय होता है।

वर्जन

यूरिनल ना होना जिम्मेदारों की उदासीनता का परिचय देता है। ज्यादा देर तक पेशाब रोकना गंभीर बीमारी को दावत देना है। गैस्ट्रिक, ब्लड प्रेशर, और गॉल ब्लैडर की समस्या से जूझ रहे लोगों को तो बिल्कुल भी पेशाब नहीं रोकना चाहिए।

- डॉ। रीता मिश्रा, गाइनोकोलॉजिस्ट