लोगों में बढ़ रही है यूरीन इंफेक्शन की बीमारी

50 वर्ष के प्रत्येक व्यक्ति को करानी चाहिए प्रोस्टेट ग्रंथी की जांच

ALLAHABAD: मेदांता मेडिसीटी गुरुग्राम के चेयरमैन एकेडमिक एंड रिसर्च यूरोलॉजी डिपार्टमेंट पद्मश्री डॉ। नर्मदा प्रसाद गुप्ता ने कहा कि लोगों में यूरीन इंफेक्शन यानी यूरोलॉजी की बीमारी बढ़ रही है। इसे हल्के में लिया तो यह कैंसर का कारण भी बन सकती है। हालांकि ये बीमारी लाइलाज नहीं है। यदि समय से ट्रीटमेंट कराया जाए तो कैंसर के खतरे को टाला जा सकता है।

कामन हुई स्टोन की बीमारी

मंगलवार को इलाहाबाद पहुंचे डॉ। एनपी गुप्ता ने वात्सल्य हॉस्पिटल सभागार में मीडिया से बातचीत करते हुए यह बातें कही। उन्होंने कहा कि पथरी और किडनी में स्टोन की बीमारी अब कॉमन हो चुकी है। अब यूरीन इंफेक्शन की बीमारी बढ़ रही है, जो मुख्यत: वृद्धों की बीमारी है। 50 वर्ष की उम्र तक प्रत्येक व्यक्ति को प्रोस्टेट ग्रंथी की जांच करा लेनी चाहिए। बीमारी को अगर अर्ली स्टेज में पकड़ लिया जाए तो इलाज संभव है।

संभव है समस्या का समाधान

प्रोस्टेट ग्रंथी में इंफेक्शन का कारण ज्ञात नहीं है, लेकिन यह हार्मोन के स्तर में बदलाव से संबंधित हो सकता है, जो स्वाभाविक रूप से एक आदमी की उम्र के साथ होता है। प्रोस्टेट ग्रंथी में इंफेक्शन से अचानक पेशाब करने में असमर्थता, पेशाब करने के बाद मूत्राशय का पूरी तरह खाली न होना, गुर्दे की क्षति और गुर्दे की विफलता के साथ ही पेशाब में खून आने की समस्या हो सकती है। चिकित्सा उपचार व दूरबीन विधि ऑपरेशन से समस्या का समाधान संभव है।

बढ़ रहा सेक्सुअल डिस्फंक्शन

पद्मश्री डा। एनपी गुप्ता ने कहा कि युवाओं में सेक्सुअल डिस्फंक्शन की बीमारी बहुत तेजी से बढ़ी है। जिसका कारण डायबिटीज और हाईपर टेंशन भी है। डायबिटीज को कंट्रोल करें तो गुर्दे खराब नहीं होंगे। हार्ट की वजह से, डायबिटीज की वजह से भी सेक्सुअल डिस्फंक्शन हो सकता है। यह बांझपन का कारण हो सकता है।

महिलाओं में इंफेक्शन के अधिक चांस

महिलाओं में यूरिनल इंफेक्शन के चांस ज्यादा रहते हैं। इसलिए इंफेक्शन से बचाव के लिए शरीर को स्वच्छ रखना बहुत जरूरी है। डॉ। गुप्ता ने वात्सल्य हॉस्पिटल की ओपीडी में मरीजों का चेकअप भी किया। 40 से अधिक मरीजों ने इलाज कराया। बातचीत के दौरान वात्सल्य हॉस्पिटल के डॉ। नीरज अग्रवाल भी मौजूद रहे।