- एप पर जेई की डिटेल फीड करते ही बिजली उपभोक्ताओं के पास पहुंचेगा मैसेज

- 1 मई से नई व्यवस्था होगी शुरू, रजिस्टर्ड उपभोक्ताओं को ही मिलेगी जानकारी

BAREILLY:

बिजली महकमा अपने उपभोक्ताओं को बिजली के आने जाने की जानकारी ऊर्जा मित्र एप के माध्यम से देगा। इससे बिजली उपभोक्ता अपने क्षेत्र की बिजली की पोजीशन ले सकेगा। बशर्ते उपभोक्ता का मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड हो। सूचनाएं देने की जिम्मेदारी जेई को सौंपी गई है। जो कि एप की मदद से अपने उपकेंद्र पर जाएगा और फीडर व ट्रांसफॉर्मर की डिटेल भरते ही संबंधित ट्रांसफॉर्मर से पोषित उपभोक्ता को बिजली जाने व आने की जानकारी मिल जाएगी। इसके लिए मोबाइल नंबर टैगिंग का काम तेजी से चल रहा है। यह नई सुविधा बिजली उपभोक्ताओं को 1 मई से मिलनी शुरू भी हो जाएगी।

1.50 लाख उपभोक्ताओं के नम्बर हुए टैग

बिजली विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह सुविधा केंद्र सरकार की योजना रूरल इलेक्ट्रिसिटी कॉरपोरेशन (आरईसी) के जरिए शुरू की जा रही है। 1 मई से सर्विस शुरू हो सके इसके लिए बिजली उपभोक्ताओं के मोबाइल नम्बर टैंगिंग का काम किया जा रहा है। शहरी क्षेत्र के 1.74 लाख बिजली उपभोक्ताओं में से 1.50 लाख उपभोक्ताओं के मोबाइल नम्बर टैंगिंग का काम कम्प्लीट भी हो चुका हैं। बाकी उपभोक्ताओं से कांटैक्ट नम्बर कलेक्ट किए जा रहे हैं। इस योजना के लागू होते ही बिजली कटौती, उसके कारण और कितनी देर में बिजली आपूर्ति बहाल होगी, ये सभी जानकारी संबंधित फीडर के अधीन आने वाले क्षेत्र के विद्युत उपभोक्ताओं को मोबाइल पर एसएमएस के जरिए मिल जाएगी।

मोबाइल नम्बर रजिस्टर्ड होने जरूरी

नई व्यवस्था का लाभ उन्हीं बिजली उपभोक्ताओं को मिलेगा जिनका मोबाइल नम्बर रजिस्टर्ड है। विभाग के अधिकारियों ने इसके लिए बिलिंग काउंटर के कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि बिल जमा करने आ रहे उपभोक्ताओं से उनका मोबाइल नम्बर पूछकर रिकॉर्ड में रखना सुनिश्चित करें। इसके अलावा मीटर रीडर जब रीडिंग नोट करने जाते हैं, तो उपभोक्ता के मोबाइल नम्बर पूछ ले। बिजली उपभोक्ता भी इन माध्यमों से खुद ही अपना कांटैक्ट नम्बर रजिस्टर्ड करा दें। बिल की प्रति व प्रार्थना पत्र के साथ मोबाइल नंबर को रजिस्टर्ड कराया जा सकता है।

नए कनेक्शन के भी कर सकते हैं आवेदन

इस एप के जरिए उपभोक्ता नए कनेक्शन के लिए ऑनलाइन फार्म भी भर सकेंगे। फार्म सबमिट होते ही उपभोक्ता को कोड मिल जाएगा। फिर, जेई टेक्निकल फिजिबिलिटी रिपोर्ट लगाएगा। रिपोर्ट पॉजिटिव होते ही ऑनलाइन फीस जमा होने के बाद अभियंता जीआइएस मैपिंग के जरिए संबंधित मुहल्ले में पहुंचकर कनेक्शन दे देगा। इस नई प्रकिया से उपभोक्ता को बिजली कनेक्शन के लिए उपकेंद्र के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।

1 मई को इन जिलो में सर्विस होगी शुरू

फिलहाल, यह सुविधा प्रदेश के गाजियाबाद जिले के ही बिजली उपभोक्ताओं को मिल रहा है। लेकिन 1 मई से 2018 से मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अंतर्गत आने वाले 19 जिलों में यह सुविधा शुरू कर दी जाएगी। जिनमें बरेली, लखनऊ, बदायूं,पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखीमपुर, हरदोई, सीतापुर, उन्नाव, बहराइच, बस्ती, बलरामपुर, गोंडा, रायबरेली, सुलतानपुर, फैजाबाद, अंबेडकर नगर व अमेठी जिला शामिल हैं।

डिवीजन के जेई जैसे ही एप पर डिटेल फीड कर सबमिट करेंगे संबंधित बिजली उपभोक्ताओं मैसेज के जरिए बिजली कटौती से जुड़ी जानकारी मिल जाएगी। इससे बिजली उपभोक्ता पहले से ही अलर्ट रहेंगे और परेशानियों से बच सकेंगे।

अंशुल अग्रवाल, चीफ इंजीनियर, बिजली विभाग