-उर्स-ए-रजवी का पहला परचम अहसन मियां ने देकर जुलूसे परचम को किया रवाना

BAREILLY :

आसमां में सूरज की किरणें फैलने के साथ ही पूरा शहर बरेली उर्स-ए-रजवी के रंग में रंग गया। पूरा शहर आलाहजरत की अकीदत में सराबोर नजर आने लगा। दोपहर बाद चादरों को जुलूस रवाना हुआ तो रजा-रजा की आवाज से शहर गूंज उठा।

आला हजरत पहुंचे जुलूस

दोपहर के बाद शहर में चादरों का जुलूस शुरू हुआ। चादरों और परचमों के जुलूस बड़ी संख्या में दरगाहे आलाहजरत पहुंचने लगे। सज्जादा नशीन अहसन मियां उर्स प्रभारी सैय्यद आसिफ मियां उर्स निगरां राशिद मामू टीटीएस के शाहिद खां नूरी, अजमल नूरी, परवेज खां नूरी, औंरगजेब खां नूरी, ताहिर अल्वी, मुफ्ती रिजवान नूरी के साथ सुबह 10 बजे ठिरिया के रजा चौक पहंचे। वहां से उर्स-ए-रजवी का पहला परचम अहसन मियां ने देकर जुलूसे परचम को रवाना किया। दोपहर 12 बजे स्वालेह नगर पहुंचे जहां से एक बजे जुलूसे परचम को रवाना किया गया। शाम 4 बजे आजम नगर स्थित हाजी अल्लाहबख्श के घर सज्जादनशीन समस्त लोगों के साथ पहुंचे। और जुलूसे परचम की कयादत करते हुए दरगाह-ए-आलाहजरत पहुंचे। जहां से अहसन मियां और सैय्यद आसिफ मियां ने परचमे रजवी दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां के हाथ में दिया। जिसके बाद हजारों की संख्या में जुलूस का कारवां आलाहजरत जिन्दाबाद रस्मे परचम कुशाई जिन्दाबाद के नारों के साथ परम्परागत रास्तों से होकर उर्स स्थल इस्लामिया ग्राउंड पहुंचा जहां परचम को रजा गेट पर लहरा दिया। जैसे ही दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां ने परचमे रजवी की डोरी खींची वैसे ही परचम के साथ-साथ फूलों की पत्तियां फिजां में बिखरने लगीं। पूरा आकाश उर्स-ए- रजवी जि़न्दाबाद के नारों से गूंज उठा। मुफ्ती मोहम्मद आकिल ने दुआ की। दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां ने सारे लंगर वालों को जाकर दुआएं दीं। इस मौके पर टीटीएस के रजा कार शाहिद खां नूरी, परवेज खां नूरी, अजमल नूरी, हाजी जावेद खां, और तारिक सईद आदि मौजूद रहे।