कानपुर। अमेरिकी सेना की रिसर्च टीम एक ऐसा लेजर सिस्टम विकसित कर रही है जो लगातार बिना रुके हवा में तैनात रहने वाले निगरानी ड्रोन्स को लेजर बीम द्वारा जमीन से ही चार्ज करता रहेगा। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी सेना का यह फ्यूचर बैटरी चार्जिंग सिस्टम निगरानी करने वाले या खुफिया ड्रोंस को बेस स्टेशन पर चार्जिंग के लिए लौटे बिना भी लगातार काम करने की क्षमता प्रदान करेगा।

आधा किलो मीटर दूर हवा में उड़ रहे ड्रोन को कर सकेंगे लेजर चार्ज
अमेरिका के मैरीलैंड स्थित यूएस आर्मी के कम्युनिकेशन इलेक्ट्रॉनिक रिसर्च डेवलपमेंट और इंजीनियरिंग सेंटर मैं वैज्ञानिक एक अनोखा बैटरी चार्जिंग सिस्टम डेवलप कर रहे है। यह सिस्टम लेजर बीम और ड्रोन की फोटोवोल्टिक बैट्री सेल्स को आपस में कनेक्ट कर देगा। जिसका फायदा यह होगा कि शहर या देश के किसी भी हिस्से में मौजूद हवा में निगरानी कर रहे ड्रोन को बिना नीचे उतारे आधा किलो मीटर की दूरी से ही उनकी बैटरी को चार्ज किया जा सकेगा। इस तकनीक में ड्रोन के फोटोवोल्टिक सेल्स पर लेजर बीम फायर की जाएगी। फिर लेसर बीम से फायर की गई लाइट को यह सिस्टम बिजली में बदल देगा। बिल्कुल वैसे ही जैसे कि सोलर पैनल सौर ऊर्जा को इलेक्ट्रिसिटी में तब्दील कर देते हैं।

अब लेजर बीम से चार्ज होंगे हवा में उड़ते ड्रोन! बैट्री चार्जिंग के लिए जमीन पर आने की नहीं होगी जरूरत

बैट्री की भयानक खपत वाले ड्रोन लगातार जमीन से जुड़कर हो सकेंगे चार्ज
न्यू साइंटिस्ट डॉट कॉम की रिपोर्ट बताती है कि यह पावर बीमिंग सिस्टम हवा में उड़कर निगरानी करने वाले, सर्च या रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हर तरह के कम्युनिकेशन ड्रोन को लंबे समय तक कार्य करने की क्षमता को बहुत ज्यादा बढ़ा देंगे। आमतौर पर किसी भी ड्रोन में बैटरी की खपत बहुत ज्यादा होती है, लेकिन वजन कम करने के लिए उनमें बैट्री का आकार छोटा ही रहता है। इस कारण ज्यादातर ड्रोन आधे से एक घंटे तक ही हवा में लगातार उड़ पाते हैं। इसके बाद उन्हें चार्जिंग के लिए जमीन पर वापस आना पड़ता है।

अब लेजर बीम से चार्ज होंगे हवा में उड़ते ड्रोन! बैट्री चार्जिंग के लिए जमीन पर आने की नहीं होगी जरूरत

बैट्री चार्जिंग के लिए ड्रोन का स्थिर होना जरूरी नहीं
डेलीमेल के मुताबिक अमरीकी सेना द्वारा विकसित किया जा रहा लेजर बीम चार्जिंग सिस्टम हवा में उड़ रहे अनमैंड ड्रोन को खुद ही सर्च और ट्रैक करते हुए उसे चार्ज कर सकेगा। इस सिस्टम की सबसे खास बात यह होगी कि इसके द्वारा किसी ड्रोन को चार्ज करने के दौरान ड्रोन को स्थिर रहने की जरूरत नहीं होगी। यानि निर्धारित रेंज में उड़ते हुए या फिर अपनी ऊंचाई में बदलाव करने के दौरान भी लेजर बीम द्वारा ड्रोन की बैटरी चार्जिंग की प्रक्रिया आसानी से पूरी हो सकेगी।

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