न्यूयॉर्क (आईएएनएस)। अमेरिका ने भारत द्वारा बुधवार को किए गए एंटी-सैटेलाइट (A-SAT) परीक्षण यानी Mission Shakti के बाद अंतरिक्ष में फैले मलबे को लेकर चिंता जाहिर की है और कहा कि उसे उम्मीद है कि यह दूसरों के उपकरणों को खतरे में नहीं डालेगा। डिफेंस न्यूज के अनुसार, कार्यवाहक अमेरिकी रक्षा सचिव पैट्रिक एम. शहनहान ने बुधवार को मियामी में मीडिया से कहा, 'अंतरिक्ष एक ऐसी जगह होनी चाहिए जहां हम व्यवसाय कर सकें और अंतरिक्ष ऐसा स्थान होना चाहिए जहां लोगों को काम करने की आजादी हो। हम एंटी-सैटेलाइट परीक्षण से अंतरिक्ष में मलबा नहीं फैला सकते हैं। यह बहुत चिंता का विषय है।' बुधवार को, भारत ने सफलतापूर्वक अपने ए-सैट क्षमताओं का परीक्षण करने के लिए अपने खुद के उपग्रहों में से एक रॉकेट को नष्ट कर दिया था।

अमेरिका ने कहा जरुरी था अंतरिक्ष बल

शहनहान ने कहा कि भारत के ए-सैट परीक्षण से पता चला कि अमेरिका के लिए अमेरिकी अंतरिक्ष बल का होना क्यों महत्वपूर्ण है। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले महीने अंतरिक्ष के लिए एक स्पेस कमांड के रूप में अमेरिकी सेना की एक नई शाखा को अधिकृत किया और मंगलवार को वायु सेना के जनरल जे रेमंड को इस टीम का हेड बनाया। यह टीम हर तरह से अंतरिक्ष को सुरक्षित रखेगी। इसके बाद नासा के एक अधिकारी ने चेतावनी दी कि जानबूझकर एक उपग्रह को नष्ट करना और अंतरिक्ष में मलबे फैलाना गलत है, उसके लिए भी दंड होने चाहिए। नासा के प्रशासक जेम्स ब्रिडेनस्टाइन ने कहा कि यदि अधिक देशों ने एंटी-सैटेलाइट हथियारों का परीक्षण करना शुरू कर दिया तो लंबे समय तक वहां मलबा खत्म नहीं होगा।

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