यूनाइटेड नेशंस (रॉयटर्स)। अमेरिका लगातार संयुक्त राष्ट सुरक्षा परिषद पर ईरान द्वारा विकसित किये जा रहे खतरनाक बैलेस्टिक मिसाइल और परमाणु परिक्षण पर प्रतिबंध लगाने का दबाव डाल रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने खुद बुधवार को इस बात की पुष्टि की।  पोंपियो ने सुरक्षा परिषद से कहा कि ईरान के बैलेस्टिक मिसाइल के निर्माण और परमाणु परिक्षण पर रोक लगाना चाहिए और ऐसा कदम वो भविष्य में ना उठाये, इसके लिए उनके बंदरगाहों और समुद्री तटों पर निगरानी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि ईरान तालिबान समेत आतंकी संगठनों की मदद करता है और दुनिया में आतंक फैलाने के लिए वो उन्हें खतरनाक हथियार सप्लाई करता है।

पोंपियो ने पहले भी लगाया था आरोप
यूएन प्रतिबंधों में इम्प्लीमेंटेशन की बैठक दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री ने यह सारी बातें कहीं। बता दें कि सुरक्षा परिषद में अमेरिका के अलावा रूस, चीन, फ्रांस और ब्रिटेन को भी वीटो पावर हासिल है और बिना सभी के सहमति के यूएन द्वारा ऐसा कदम नहीं उठाया जा सकता है। हालांकि, सुरक्षा परिषद में चारों देश में से किसी ने पोंपियो के इस बात का समर्थन नहीं किया। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले पोंपियो ने ईरान पर गलत तरीके से परमाणु परिक्षण करने का आरोप लगाया था और कहा था कि वो 2015 में विश्व शक्तियों के साथ किए परमाणु कार्यक्रम से जुड़े समझौते का उल्लंघन कर रहा है।  इस बयान के बाद ईरानी सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल अबूअलफजल शेकरची ने कहा, 'मिसाइल परीक्षण देश की सुरक्षा और बचाव के लिए किए जाते हैं। इसलिए हम मिसाइल परीक्षण करना जारी रखेंगे।'

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