इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में विधिक सहायता एवं सेवा क्लीनिक का उद्घाटन

ALLAHABAD: विधिक सेवा दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के लॉ फेकेलिटी में विधिक सेवा जागरूकता एवं अधिकार समारोह का आयोजन गुरुवार को किया गया। इस मौके पर विधिक सहायता एवं सेवा क्लीनिक का इनॉगरेशन भी हुआ। चीफ गेस्ट इलाहाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डीबी भोसले एवं स्पेशल गेस्ट जस्टिस अरुण टण्डन थे। अध्यक्षता कुलपति प्रो। रतन लाल हांगलू ने की। इस मौके पर प्रो। आरके चौबे व प्रो। बीपी सिंह ने न्यायमूर्तिगण पीएस बघेल, मनोज कुमार गुप्ता व सुनीत कुमार का सम्मान किया।

अब बहुत कुछ अच्छा हो रहा

समन्वयक प्रो। आरके चौबे ने बताया कि विधिक सेवा व सहायता क्लीनिक के माध्यम से मुफ्त कानूनी सलाह, सहायता व शिक्षा दी जाएगी। न्यायमूर्ति अरुण टण्डन ने कहा कि अब बहुत कुछ अच्छा हो रहा है और न्याय गरीबों और जरूरतमंदों तक पहुंच रहा है। प्रयास निरंतर जारी है व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिये, ताकि कोई न्याय की चौखट से निराश न लौटे।

विधि क्षेत्र में अपार संभावनाएं

चीफ गेस्ट दिलीप बाबा साहब भोंसले ने विधि को अपार संभावनाओं का क्षेत्र बताया। उन्होंने छात्राओं को विशेष रूप से सराहा और कहा कि पुरूषों के मुकाबले उनमें कहीं अधिक संयम व सुनने की क्षमता और अधिकारों के प्रति संघर्ष की ताकत होती है।

मुझे क्या बेचेगा रुपैया

इस मौके पर विधि छात्रा वागिता गुप्ता ने अपने लेख में बलात्कार पीडि़ता का दर्द बयान करते हुए समाज से सवाल भी किया। एक अन्य विधि छात्रा अर्नब मसूद ने स्त्री की व्यथा को रेखांकित करते हुए गीत मुझे क्या बेचेगा रूपैया प्रस्तुत किया। इस मौके पर विधि छात्रों की तमाम प्रतियोगिताओं का आयोजन दिनभर चलता रहा। जिसमें निबंध लेखन, पोस्टर बनाना, पेन्टिग बनाना, लघु नाट्य, नारा लेखन आदि शामिल रहे।