-मंडे को कोर्ट में पेश हो सकते हैं, उन पर ड्रिंक करने के बाद ड्राइविंग का आरोप

-देश के खिलाडि़यों का शर्म से झुका सिर, पहली बार किसी पदाधिकारी पर लगे ऐसे आरोप

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DEHRADUN : ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम ख्0क्ब् में होनहार खिलाडि़यों की मदद से देश की झोली में क्ब् गोल्ड, ख्8 सिल्वर व क्9 ब्रॉन्ज मेडल आए हैं। इस सफलता से सवा अरब आबादी वाले देश का गर्व से सीना चौड़ा हो गया है, लेकिन वहीं इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के जिम्मेदार पदाधिकारियों की शर्मनाक हरकतों से देश का माथा भी शर्म से झुक गया। इतने बड़े प्लेटफॉर्म पर देशवासियों के पास कहने को कुछ नहीं है।

स्कॉटलैंड यार्ड में अरेस्ट किए गए

दरअसल, इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के जनरल सेक्रेट्री व उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव मेहता पर ग्लास्गो शहर में ड्रिंक करने के बाद ड्राइव करने के आरोप में स्कॉटलैंड यार्ड ने अरेस्ट किया है, जबकि उनके एक और पदाधिकारी रेस्लिंग के एक रेफरी को भी सेक्सुअल एसॉल्ट के आरोप में गिरफ्तार करने की खबर है। खबर के अनुसार दोनों को मंडे को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

ड्रिंक में ड्राइविंग करने का आरोप

उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव मेहता लंबे समय से इस पद पर विराजमान हैं। कुछ महीने पहले ही उन्हें ओलंपिक एसोसिएशन ऑफ इंडिया के जनरल सेक्रेट्री का पद दिया गया। आजकल वे ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स ख्0क्ब् के लिए ग्लास्गो गए हुए हैं। आईओए के जनरल सेक्रेट्री ग्लास्गो में ख्क्भ् सदस्यीय भारत की टीम के साथ पहुंचे ग्लास्गो पहुंचे हुए हैं या निजी यात्रा पर। इस पर कंफ्यूजन है, अधिकृत तौर पर अब तक स्पष्ट भी नहीं हो पाया है।

बिना लाइसेंस के ड्राइविंग का आरोप

पीटीआई की खबरें पर विश्वास किया जाए तो ओलंपिक एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महासचिव व उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन आफ उत्तराखंड के अध्यक्ष राजीव मेहता शनिवार को ग्लास्गो शहर में ड्रिंक कर रफ ड्राइविंग करते हुए पकड़े गए हैं। बताया जा रहा है कि उन पर बिना लाइसेंस के ड्राइविंग करने के भी आरोप लगे हैं।

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विवादों से रहा है पुराना नाता

राजीव मेहता का विवाद से पुराना नाता रहा है। इससे पहले भी उन पर प्रथम राज्य खेल में सरकारी धन को अपनी बीवी व अपने खाते में जमा करने का आरोप लगे हैं। जिनकी जांच लंबे समय तक चली। यहीं नही राजीव मेहता एक नहीं, कई खेलों के महत्वपूर्ण पदों पर विराजमान हैं, जिसमें खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया, हॉकी इंडिया मे भी सीनियर वाइस प्रेसीडेंट जैसे महत्वपूर्ण पद संभाल रहे हैं।

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प्रतिभाओं को गहरा आघात पहुंचा

फिलहाल, इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव की इस हरकतों से न केवल देश, बल्कि उत्तराखंड में भी खेल प्रतिभाओं को गहरा आघात पहुंचा है। इधर, उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन के सचिव इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते। उनका कहना है कि इस मामले को तिल का ताड़ बना दिया गया है। कुछ लोग उनके पीछे पड़े हुए हैं, जो उन्हें आगे नहीं बढ़ना देना चाहते हैं, उन्होंने कोई क्राइम नहीं किया है। इसलिए यह कोई बड़ी बात नहीं है।

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जो लोग ख्भ्-फ्0 सालों से जमे हुए थे, उनको राजीव मेहता ने हटाया है। अब वे चुप बैठ नहीं पा रहे हैं और जबरदस्ती इस मामले को हवा दे रहे हैं। यह कोई केस नहीं है। मेरी उनसे बात हुई, उन्होंने कहा कि कुछ ऐसी बात नहीं है, जो कोई क्राइम कर दिया हो।

-मुखर्जी निर्वान, सचिव उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन।