- पिछली बार की तुलना में इस बार कम रहा सिटी में स्टूडेंट्स के पास होने का प्रतिशत

- ओवर ऑल 83.64 परसेंट स्टूडेंट्स हुए पास

LUCKNOW: ऐसा पहली बार हो रहा था, जब यूपी बोर्ड ने एक ही दिन अपने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के एग्जाम के रिजल्ट एक साथ जारी कर दिये। एक ओर जहां इंटरमीडिएट के रिजल्ट में लखनऊ पब्लिक स्कूल के स्टूडेंट्स ने स्टेट के टॉप थ्री प्लेस के साथ राजधानी के टॉप सिक्स्थ प्लेस पर अपना कब्जा जमाया। तो वहीं हाईस्कूल के रिजल्ट में भी इसी स्कूल के छात्र-छात्राओं ने टॉप फाइव प्लेस में भी जगह बनाने में कामयाब रहे।

हाईस्कूल में वैशाली रही सिटी टॉपर

इस बार हाईस्कूल के रिजल्ट में लखनऊ पब्लिक स्कूल की वैशाली सिंह ने 9ब्.म्म् परसेंट के साथ राजधानी में फ‌र्स्ट प्लेस हासिल किया। तो वहीं सेकेंड प्लेस पर 9ब्.क् परसेंट के साथ अवध कॉलिजिएट की अपर्णा शुक्ला रहीं। जबकि थर्ड प्लेस में एक बार फिर से 9ब् परसेंट के साथ लखनऊ पब्लिक स्कूल के क्षितिज जायसवाल रहे। वहीं फोर्थ प्लेस पर लखनऊ पायनियर मॉन्टेसरी स्कूल के 9फ्.म्म् परसेंट के साथ यशराज शर्मा रहे। वहीं फिफ्थ प्लेस पर एसकेडी एकेडमी के राहुल कुमार वर्मा ने 9फ्.क्7 परसेंट प्राप्त किया।

बोर्ड का डर हो रहा खत्म

इंटरमीडिएट व हाईस्कूल का रिजल्ट पिछले दो सालों की तरह इस साल भी काफी बेहतर रहा है। हालांकि इसमें थोड़ी गिरावट जरूर देखी गई है। एक टाइम था, जब स्टूडेंट्स के बीच यूपी बोर्ड किसी बडे़ एग्जाम से कम नहीं कहा जाता था। लेकिन बोर्ड का बदला पैटर्न और मूल्याकंन प्रणाली में हुए चेंज की वजह से बोर्ड की दहशत स्टूडेंट्स में कम हो गई है।

कई स्कूलों का रिजल्ट रहा परफेक्ट

इस बार यूपी बोर्ड के हाईस्कूल का रिजल्ट न केवल स्टूडेंट्स के लिए खुशी लेकर आया है, बल्कि कई स्कूलों के लिए बेहतर रिजल्ट लेकर आया है। राजधानी के अवध कॉलिजिएट, एसकेडी एकेडमी, एलपीएस, सेंट मिराज, सेंट जोजफ इंटर कॉलेज और क्रिएटिव कांवेंट जैसे स्कूलों में सभी स्टूडेंट्स पास हो गए हैं। इन स्कूलों का रिजल्ट भी शत प्रतिशत रहा है।

चार साल में सबसे कम परसेंट रहा

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के बोर्ड एग्जाम इस साल पहली बार फरवरी मंथ में आयोजित हुआ था। यूपी बोर्ड के एग्जाम क्9 फरवरी से शुरू हुआ था। जो ख्0 मार्च तक आयोजित किया गया था। जबकि कॉपियों के मूल्यांकन का काम फ्0 मार्च से क्फ् अप्रैल तक आयोजित किया गया था। इस बार राजधानी में हाईस्कूल के एग्जाम में भ्778ख् स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। जिसमें में 8क्.8म् प्रतिशत यानी ब्ब्म्क्म् स्टूडेंट्स एग्जाम में सफल घोषित किए गए। हाईस्कूल में लखनऊ टॉप टेन में फ्0 छात्र-छात्राएं शामिल है। जिसमें से क्भ् छात्राएं है। संडे को जारी किए गए यूपी बोर्ड के रिजल्ट में जहां स्टूडेंट्स को खूब नंबर मिले तो वहीं ओवर ऑल रिजल्ट के मामले में गिरावट दर्ज की गई। इस साल हाईस्कूल में स्टेट का ओवर ऑल रिजल्ट 8फ्.म्ब् स्टूडेंट्स सफल रहे है। जबकि राजधानी में यह आकड़ा 8क्.8म् फीसदी ही रहा है। यह पिछले चार सालों का सबसे कम पास प्रतिशत रहा है। ख्0क्ब् में 8ब्.क्0 फीसदी स्टूडेंट्स सफल हुए थे। वहीं ख्0क्फ् में यह 8म्.फ्0 प्रतिशत और ख्0क्ख् में 8म्.7ब् फीसदी दर्ज की गई थी। जानकार इस गिरावट के लिए नकल माफियाओं पर नकेल कसने का असर दिख रहा है। क्वींस इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। आरपी मिश्रा ने बताया कि इस साल एग्जाम में नकल माफिया को रोकने के लिए उठाए गए कदम के कारण ऐसा रिजल्ट देखने को मिला है।

हाई स्कूल परीक्षा ख्0क्भ्

पंजीकृत छात्र परीक्षा में शामिल उत्तीर्ण प्रतिशत

फ्ब्9भ्97ब् फ्0भ्भ्879 ख्भ्भ्9097 8फ्.7ब्

हाईस्कूल में वर्षवार रिजल्ट की स्थित

इयर पासिंग परसेंटेज

ख्00ब् 70.म्क्

ख्00भ् म्8.फ्क्

ख्00म् 7क्.म्म्

ख्007 7ब्.ब्क्

ख्008 ब्0.07

ख्009 भ्म्.म्7

ख्0क्0 70.79

ख्0क्क् 70.8ख्

ख्0क्ख् 8फ्.7भ्

ख्0क्फ् 8म्.म्फ्

ख्0क्ब् 8म्.7क्

ख्0क्भ् 8फ्.7ब्

हाईस्कूल के परीक्षा परिणाम से जुड़े कुछ तथ्य

- परीक्षार्थियों की संख्या फ्,म्भ्,ब्म्0 कम हुई

- परीक्षार्थियों के उत्तीर्ण प्रतिशत में ख्.97 फीसदी की कमी

- ब्वायज के पासिंग परसेंटेज में फ्.भ्ख् प्रतिशत की कमी

- ग‌र्ल्स के पासिंग परसेंटेज में ख्.भ्ख् प्रतिशत की कमी

- संस्थागत बालक परीक्षार्थियों में फ्.भ्7 प्रतिशत की कमी

- संस्थागत बालिका परीक्षार्थियों के उत्तीर्ण प्रतिशत में ख्.भ्9 प्रतिशत की कमी

- व्यक्तिगत बालक परीक्षार्थियों के उत्तीर्ण प्रतिशत में ब्.0फ् प्रतिशत की कमी

- व्यक्तिगत बालिकाओं के उत्तीर्ण प्रतिशत में ब्.म्म् प्रतिशत की कमी

- बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत बालकों के उत्तीर्ण प्रतिशत से 8.म्क् प्रतिशत अधिक रहा

हाईस्कूल का रिकार्ड में हुआ सुधार

सीबीएसई और आईएससी बोर्ड की तरह अब यूपी बोर्ड के रिजल्ट में प्रतिशत भी बढ़ रहा है। पिछले कुछ सालों में यूपी बोर्ड के हाईस्कूल के रिजल्ट ने अच्छी खासी छलांग लगायी है। साल ख्008 में जहां हाईस्कूल का रिजल्ट का प्रतिशत महज केवल ब्0 प्रतिशत के करीब था वहीं पिछले साल इसमें दोगुने का इजाफा हुआ था। हाईस्कूल के नतीजों पर गौर करें तो पिछले साल की अपेक्षा प्रतिशत कुछ घटा लेकिन इसके बावजूद भी रिजल्ट अच्छे कहा जा सकता है। कालीचरण इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। महेंद्र नाथ राय का कहना है कि पिछले कुछ सालों में सरकारी स्कूलों में काफी बदलाव आया है। प्राइवेट स्कूलो में तो पहले से ही रिजल्ट अच्छे आते रहे हैं लेकिन पिछले कुछ समय से सरकारी और एडेड कॉलेजों के स्टूडेंट के अच्छे परफामेंस से तस्वीर बदली है। इंटरमीडिएट के बाद हाईस्कूल में इस तरह के रिजल्ट वाकई अच्छे हैं और आगे परिणाम और बेहतर मिलेंगे इसकी उम्मीद है।

हाईस्कूल के पिछले कुछ सालों के रिजल्ट

ख्008 में ब्0.07

ख्009 में भ्म्.87

ख्0क्0 में 70.79

ख्0क्क् में 70.8ख्

ख्0क्ख् में 8फ्.7भ्

ख्0क्फ् में 8म्.म्फ्

ख्0क्ब् में 8म्.7क्

ख्0क्भ् में 8फ्.7ब्