-प्रदेश भाजपा कार्यालय में मनाई गई पूर्व प्रधानमंत्री की जयंती

रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सपनों का झारखंड बनाने को वे प्रयत्नशील हैं। वे मंगलवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री की जयंती के मौके पर सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अटलजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी झारखंड राज्य के जन्मदाता थे। उन्हें झारखंड की जनजातीय एवं सदान समाज की पीड़ा का अहसास था। इसी को देखते हुए उन्होंने अलग राज्य के गठन को मंजूरी दी। वे झारखंड का समावेशी विकास चाहते थे जहां भय, भूख और अशिक्षा नहीं हो।

समाज से विशेष लगाव

अटलजी का जनजातीय समाज से विशेष लगाव था। अपने कार्यकाल में उन्होंने अलग मंत्रालय तक का गठन कराया। संताली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में दर्ज कराने का श्रेय भी उन्हें ही जाता है। अटलजी ने कभी राष्ट्र के स्वाभिमान और सम्मान से समझौता नहीं किया। प्रधानमंत्री सड़क योजना, स्वर्णिम चतुर्भुज योजना, सर्व शिक्षा अभियान से उन्होंने गांव और गरीबों को विकास से जोड़ा। वहीं पोखरण में परमाणु परीक्षण कर उन्होंने राष्ट्र के स्वाभिमान को ऊंचा किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य सरकार अटलजी के सपनों के अनुरूप अंत्योदय के संकल्प को पूरा करने में लगी है। झारखंड सरकार जनजातीय समुदाय के कल्याण के लिए कई योजनाएं चला रही है।

इस मौके पर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष आदित्य साहू ने कहा कि अटलजी भारतीय राजनीति के महामानव थे। उन्होंने राजनीति को नई दिशा दी। प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कहा कि अटलजी अजातशत्रु थे। उन्होंने शासन को सुशासन में बदले का प्रयास किया। प्रदेश महामंत्री अनंत ओझा ने कहा कि अटलजी हमेशा अनुकरणीय बने रहेंगे। इस अवसर सुबोध कुमार सिंह, प्रतुल शाहदेव, प्रवीण प्रभाकर, शिवपूजन पाठक, संजय जायसवाल, नीरज पासवान, ज्योतिरीश्वर सिंह, मनोज मिश्रा, केके गुप्ता, सूर्यमणि सिंह, सीमा शर्मा, नवीन झा, कुणाल यादव आदि मौजूद थे।