-वेलेंटाइन वीक का दूसरे दिन प्रपोज डे

-सोशल मीडिया से लेकर होटल, रेस्टोरेंट व मॉल में रौनक

RANHI (8 Feb): बदलते जमाने के साथ प्यार के इजहार का तरीका भी बदल गया है। वेलेंटाइन वीक के दूसरे दिन रोज डे के मौके पर अपने प्यार का इजहार करने के लिए लोग सोशल नेटवर्किंग साइट पर बिजी रहे। बहुत सारे कपल्स ने अपने प्यार का इजहार फेसबुक, ट्विटर, व्हाटसएप पर किया। घंटों चैट करने के बाद इजहार-ए-मोहब्बत और सामने वाला ना नहीं बोल पाया।

वेलेंटाइन थीम पर सजे टेबल

ऐसा नहीं है कि सिर्फ सोशल नेटवर्किंग साइट पर ही प्यार का इजहार हुआ। बल्कि रांची के होटल, रेस्टोरेंट और मॉल में भी युवाओं ने अपने प्यार का इजहार किया। अपने प्यार को प्रपोज किया। शहर के रेस्टोरेंट में सुबह से ही कपल्स जुटने लगे थे। होटल और रेस्टोरेंट में भी वेलेंटाइन कपल्स के लिए खास व्यवस्था थी। वेलेंटाइन थीम पर टेबल सजाए गए थे। साथ ही कपल्स के लिए खास अरेंजमेंट भी किया गया था। कपल्स यहां एक-दूसरे का हाथ थामे प्यार का इजहार करते नजर आए।

बॉक्स।

आज है चॉकलेट डे

वेलेंटाइन वीक का तीसरा और रिश्तों में मिठास घोलने का डे यानी चॉकलेट डे शुक्रवार को है। एक स्वीट डिश के रूप में तो चॉकलेट मशहूर है ही, लेकिन जब बात आती है इजहार-ए.-मोहब्बतकी हो, तो चॉकलेट की महत्ता और बढ़ जाती है। प्यार के इजहार के साथ-साथ कई मजरें की दवा भी है चॉकलेट। प्यार का इजहार करना हो तो फूलों के साथ चॉकलेट, रूठी गर्लफ्रेंड को मनाना हो तो चॉकलेट, रोते बच्चे को हंसाना हो तो चॉकलेट, अपनों के बीच खुशियां बांटनी हो तो चॉकलेट, खाने के बाद कुछ मीठा खाना हो तो चॉकलेट। चॉकलेट है न बड़े काम की चीज।

--

गुडि़या ने मेरे अधूरे जीवन को पूरा किया

जब कोई इतना अच्छे लगने लगे कि उसके बिना जीना नामुमकिन हो जाए और लगे बस यही है वो जो मेरे लिए बनी है। इसके बिना जीवन अधूरा है, एक ऐसा ही साथी जो जीवन भर साथ निभा सके या यूं कहें कि आधे-अधूरे जीवन को पूरा कर सके, तो बस उसे कभी अपनी जिंदगी से जाने ना देना। बड़ी शिद्दत से मिला ऐसा साथी उसको कभी जाने ना देना। ये बातें जयप्रकाश सिंघानिया ने अपनी वेलेंटाइन गुडि़या सिंघानिया के लिए कही हैं। जेपी सिंघानिया बताते हैं कि वेलेंटाइन वीक के हर दिन को हमलोग सेलिब्रेट करते हैं। हालांकि प्यार का कोई दिन नहीं होता है, लेकिन प्यार के सप्ताह में प्यार करने का मजा ही कुछ खास है।

-जयप्रकाश सिंघानिया, गुडि़या सिंघानिया