- महेवा मंडी की 20 दुकानों पर लटका है ताला

- आवंटन पाए दुकानदार खुद नहीं कर रहे इस्तेमाल

- वहीं, बिना दुकान सड़क पर व्यापार कर रहे लाइसेंस होल्डर फिर रहे परेशान

GORAKHPUR:

महेवा मंडी प्रशासन, मंडी की हालत के प्रति तो उदासीन रहा ही है, यहां से जुड़ी व्यवस्थाओं में भी जिम्मेदार लापरवाही बरत रहे हैं। यहां की गल्ला मंडी की 20 दुकानों में आवंटन के बावजूद अभी तक ताला लगा हुआ है। जिन लाइसेंस होल्डर्स के नाम ये दुकानें आवंटित की गई हैं वे दुकान मिलने के बावजूद बाहर ही व्यापार कर रहे हैं। दूसरी तरफ दुकान ना मिल पाने से परेशान दूसरे व्यापारियों की इन दुकानों का नया आवंटन करने की मांग पर कोई सुनवाई भी नहीं हो रही है। वहीं, मंडी प्रशासन दुकानों का कब्जा लिए व्यापारियों की मनमानी जानते हुए भी सिर्फ नोटिस का जवाब ना मिलने की बात कह मामला टालने में लगा है।

जिन्हें दिक्कत उन्हें मिल जाती सुविधा

मंडी प्रशासन का कहना है कि इन व्यापारियों पर लगाम लगाने के लिए मंडी प्रशासन ने दो बार व्यापारियों के नाम नोटिस भी भेजा और दुकानों पर नोटिस भी चस्पा करवाया, लेकिन इसके बावजूद व्यापारियों ने जबाव नहीं दिया। आलम यह है कि आज भी दुकानों में ताला लगा हुआ है। तो दूसरी तरह जिन लाइसेंस होल्डर्स के नाम दुकान आवंटित नहीं की गई हैं, वह सड़क पर कारोबार करने को मजबूर हैं। बताते चलें कि मंडी में फल-सब्जी, गल्ला और मछली मंडी को मिलाकर कुल 781 दुकानें हैं। इसके बदले करीब दो हजार लाइसेंस होल्डर है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बचे कारोबारी किसी तरह से अपना व्यापार कर रहे हैं। बावजूद इसके मंडी प्रशासन ताला लटकी इन दुकानों का सही इस्तेमाल करवाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहा।

नोटिस तो भेजते हैं

महेवा मंडी में दूर दराज से कारोबार के लिए व्यापारी आते हैं। उनकी सुविधा के लिए मंडी प्रशासन की ओर से तकरीबन 781 दुकानें बनाई गई। जिसमें शहर के व्यापारी अपना कारोबार कर रहे हैं। इसके सापेक्ष यहां कुल दो हजार व्यापारी हैं। यहां गल्ला मंडी में 20 दुकानें ऐसी हैं जिनमें दो से तीन साल से व्यापारी के नाम आवंटित होने के बाद भी कारोबार नहीं हुआ है। मंडी प्रशासन के मुताबिक इन कारोबारियों को हर बार नोटिस दिया जाता है और दुकानों पर नोटिस चस्पा की जाती है। लेकिन मंडी प्रशासन की कार्रवाई का असर नहीं दिख रहा। उधर जिन व्यापारियों को दुकानें आवंटित नहीं हुई हैं वे मजबूरी में सड़क पर ही कारोबार करते हैं।

मंडी में इतनी दुकानें

गल्ला मंडी 216

फल सब्जी 350

मछली मंडी 115

लाइसेंस होल्डर

कारोबार करने वाले व्यापारी 2000

कोट

यहां अब भी अधिकांश व्यापारी दुकान के अभाव में सड़क पर कारोबार कर रहे हैं। उन्हें दुकानें आवंटित नहीं की गई हैं। इस संबंध में कई बार शिकायत भी की गई लेकिन कोई फायदा नहीं मिला।

- अविनाश गुप्ता, व्यापारी

सेल्स टैक्स के साथ सुविधा के नाम पर मंडी प्रशासन को शुल्क दिया जाता है। फिर भी जरूरतमंद व्यापारियों को स्थान नहीं दिया गया है।

- राजन गुप्ता, व्यापारी

वर्जन

इन व्यापारियों को तीन बार नोटिस दी जा चुकी है लेकिन उनकी ओर से जवाब नहीं मिला है। इन दुकानों का सर्वे कराया जाएगा। साथ ही संबंधित के ऊपर कार्रवाई भी की जाएगी।

- सुभाष यादव, सचिव मंडी