- एक मौत होने के बाद सिर्फ गलियों में ही बनी सड़क

- लोग दोबारा रोड जाम करने के लिए है तैयार

BAREILLY:

एक तरफ नगर निगम अपना स्वच्छता पखवाड़ा चलाने में व्यस्त है। तो वहीं दूसरी ओर वार्ड नंबर 38 बेनीपुर चौधरी के वंशी नगला के लोग नरक में जीवन बसर कर रहे है। यहां सड़क है न नाली। रास्तों में नाली का पानी कीचड़ भरा है, जिसके बीच रखे पत्थरों से लोग उछल-कूद कर निकलते हैं। इस कीचड़ में गिरने से एक बुजुर्ग की जान भी चली गई। बावजूद इसके नगर निगम की आंखें नहीं खुल रही हैं। नतीजन लोग हर पल हर कदम जोखिम में डालकर घरों से बाहर निकलने को मजबूर हैं।

चंदा से बिछाये पत्थर

वंशी नगला इलाके के लोगों ने बताया कि यहां जब कीचड़ हुई तो लोगों ने नगर निगम में जाकर शिकायत की लेकिन किसी ने नही सुनी। जब कहीं से कोई उम्मीद नहीं बची तो सभी ने चंदा इक्कठा किया और कीचड़ से निकलने के लिए उसमें पत्थर डाले। जिससे कम से कम पैदल तो निकला जा सके।

बुखार का फैला प्रकोप

चौतरफा गंदगी के चलते वंशीनगला बुखार की चपेट में है। क्योंकि सड़कों और प्लॉट में जमा गंदा पानी में मच्छरों का बसेरा है। स्थानीय लोगों की माने तो हर घर में कोई न कोई व्यक्ति बुखार से पीडि़त हैं। कांति ने बताया कि उनके दो बेटे है। दिनों को पिछले कई दिनों से फीवर है। कुछ दिन पहले ही वो खुद बुखार की मार झेल कर उठी है।

वर्जन

वंशीनगला की यह दुर्दशा मेयर आईएस तोमर के जमाने से बनी हुई है। तमाम बार गुहार लगाने के बावजूद कोई राहत नहीं मिल पायी। अब मेयर उमेश गौतम भी नरक से निजात का आश्वासन दे रहे हैं।

डालचंद्र मौर्य

पूरे इलाके की कहीं भी पानी की निकासी नही है। यही पर पूरा पानी सड़कों पर ही भरता है। यदि कोई इमरजेंसी आ जाए तो यहां से निकलना तक मुश्किल है।

अनिल कुमार

बच्चों को स्कूल ले जाने और लाने में बहुत दिक्कत होती है। यहां कोई सवारी नही आ सकती बच्चों को पैदल ही यहां से निकलना पड़ता है।

मोरपाल

किसी बीमार को इमरजेंसी में ले जाना पड़ जाए तो उसे ले जाने तक का कोई साधन नहीं है। ड्राइवर वाहन यहां लाने से पहले ही मना कर देते हैं।

अरुण कुमार

बच्चे स्कूल नहीं जा पाते, पानी इतना गंदा है कि घरों में रहना तक मुश्किल होता है, लेकिन घर छोड़ कर भी कहां जाएं

महेंद्री देवी

फॉगिंग तो रोस्टर के हिसाब से चल रही है, लेकिन यहां पर यदि इमरजेंसी है। तो हम यहां कल ही सफाई व्यवस्था ठीक कराकर फॉगिंग कराते है।

डॉ। अब्बास अली, नगर स्वास्थ्य अधिकारी