(आई कंसर्न) VARANASI

Scene-1

गंगा के घाट पर शाम को तीन युवक एक विदेशी युवती के साथ बैठे थे। उसे अपनी बातों में फंसाकर शराब के लिए रुपये ऐंठ लिये। तीनों ने युवती के साथ शराब पिया और जब नशे की हालत में हो गयी तो छेड़छाड़ करने लगे। आसपास के लोगों की नजर पड़ी तो युवकों के चंगुल से युवती को बचाया।

 

Scene-2

दशाश्वमेध घाट पर कुछ बड़बड़ाता विदेशी युवक लोगों से मदद मांग रहा था। दुकानदार उसकी बात समझ नहीं पा रहा था। उसने रो-रोकर किसी तरह समझाया कि कुछ युवकों ने उसे काफी मात्रा में भांग खिला दिया है। स्थानीय लोगों ने पुलिस की मदद से उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया।

 

ये दोनों सीन्स तो बस बानगी भर हैं। ठंड के साथ फॉरेनर टूरिस्ट का पीक सीजन स्टार्ट होगया है। इसके साथ ही शुरू हो गई हैं उन्हें बेवकूफ बनाकर रुपये ऐंठने, उनका पर्स, कैमरा या अन्य गैजेट छिनने तथा छेड़खानी की घटनाएं। रुपयों की लालच में शातिर किस्म के लोग उन्हें अपना शिकार बना रहे हैं। घटनाएं अक्सर हो रहीं है लेकिन ज्यादातर में रिपोर्ट नहीं हो रही। गेस्ट हाउस संचालक और अवैध गाइड उन्हें पुलिस के नाम पर डरा कर थाने पहुंचने से पहले ही रोक दे रहे हैं। ऐसे में अपराधी तत्वों की मुराद भी बिना मांगे पूरी हो जा रही है।

 

खूब हो रही काली कमाई

(डू यू नो)

-घाटों के आसपास रहने वाले युवक विदेशियों को नशे का सामान सप्लाई कर रहे हैं

-इस काम में युवतियां भी उनका सहयोग कर रही हैं

-विदेशियों को भांग, गांजा, चरस, हेरोइन और अवैध शराब भरपूर मात्रा में उपलब्ध करायी जा रही हैं।

-नशे का सामान उपलब्ध कराने के बदले मोटी रकम ऐंठते हैं

-दस-बीस रुपये में बिकने वाली भांग की गोली को पांच सौ हजार में बेच देते हैं।

-चरस-हेरोइन की मुंहमांगी कीमत मिलती है

-देसी शराब को बनारस की स्पेशल वाइन बताकर महंगे दाम में विदेशियों को बेची जा रही है।

 

इस-इस तरह से बना रहे शिकार

(फार योर इंफार्मेशन)-

घाटों पर नशे का धंधा करने वाले नशे का सामान बेचकर जबरदस्त काली कमाई कर रहे हैं

-यही लोग विदेशियों के साथ बड़े पैमाने पर अपराध को अंजाम दे रहे हैं।

-उनके कीमती सामान घाट, गेस्ट हाउस, ऑटो आदि से चुरा लेते हैं।

-देर रात तक सूनसान गलियों में घूमने-फिरने वाले विदेशियों के साथ लूटपाट करते हैं

-विदेशी महिलाओं के साथ खुलेआम छेड़छाड़ की घटना करते हैं

-कई ऐसे मामले हैं जिनमें विदेशी युवतियां शारीरिक शोषण का शिकार हुई।

 

किसी काम के नहीं इंतजाम

(द फ्लिप साइड)

-सेंट्रल और स्टेट गवर्नमेंट की ढेरों योजनाएं शहर में टूरिस्ट फ्लो को बढ़ाने के लिए चल रही हैं। इन परं करोड़ों रुपये खर्च हो रहे हैं।

-हेरिजेट आर्क, हेरिटेज वॉक, हृदय योजना के अलावा और ढेरों योजनाएं हैं। लेकिन सुरक्षा के लिए कोई योजना नहीं बनी।

-टूरिस्ट्स की सेफ्टी के लिए खासतौर पर टूरिस्ट पुलिस बनायी गयी लेकिन यह कारगर साबित नहीं हो सकी

-सिविल पुलिस को घाटों पर गश्त करने के लिए कहा गया है लेकिन वो भी नहीं होता है

-अपराध के शिकार हुए ज्यादातर टूरिस्ट्स पुलिस के पास जाने से बेहतर अपने देश लौटना समझते हैं

-अगर कोई पुलिस के पास शिकायत लेकर जाता भी है तो ज्यादातर मामलों में पुलिस की मदद नहीं मिल पाती है

 

हत्या तक हो चुकी है विदेशियों की

(पास्ट हिस्ट्री)

-विदेशी महिला डायना हत्याकांड देश का चर्चित मामला रहा है

-धर्मराज नाम के अवैध गाइड ने धोखे से उसकी हत्या कर दी

-रूस की छात्रा पर नगवां में एक युवक ने तेजाब फेंक दिया

-नशे के ओवर डोज से जापान के युवक की दशाश्वमेध स्थिति गेस्ट हाउस में मौत

-अस्सी पर इजराइली युवक की नशे के चलते मौत हुई

-अस्सी पर एक गेस्ट हाउस के ओनर ने विदेशी महिला से किया रेप

 

फीगर स्पीक

-फ् लाख विदेशी शहर में हर साल आते हैं

-ब् महीने पीक पर रहता है फारेनर टूरिस्ट का सीजन

-भ्00 से अधिक अवैध गाइड सक्रिय है शहर में

-फ्00 से अधिक गेस्ट हाउस हैं जिसमें बहुत से टूरिस्ट के लिए अनसेफ

-फ्7 केसेज ख्0क्7 में दर्ज हो चुके हैं फॉरेनर टूरिस्ट के साथ क्राइम के

-क्00 से ज्यादा मामलों में टूरिस्ट ने घटना के बावजूद नहीं दर्ज कराई रिपोर्ट

 

 

विदेशियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाता है। उनकी किसी भी शिकायत पर तत्काल कार्रवाई की जाती है। बनारस में टूरिस्ट्स को सुरक्षित माहौल मिले इसके प्रति पुलिस गंभीर है।

एसपी सिटी