-स्टेशंस की री-मॉडलिंग का वर्क ऑर्डर जारी, एक माह में तैयार होगा ब्लूप्रिंट

-नई दिल्ली की ट्रेंस का ऑपरेशन होगा आसान, कैंट स्टेशन के स्वचलित स्केलेटर का जल्द होगा इनॉगरेशन

VARANASI:

वाराणसी सिटी स्टेशन को रेलवे बोर्ड ने टर्मिनल बनाने का खाका तैयार कर लिया है। मंडुआडीह से चलने वाली नई दिल्ली की ट्रेन्स सिटी से चलाई जा सकें ताकि वह कैंट स्टेशन होकर आएं और जाएं। भविष्य में शिवगंगा एक्सप्रेस समेत मंडुवाडीह से प्रस्तावित नई दिल्ली सुपरफास्ट व जबलपुर एक्सप्रेस को भी सिटी स्टेशन ट्रांसफर किया जा सके, इसकी कवायद तेज हो चुकी है। हालांकि, जब तक सिटी टर्मिनल नहीं बन जाता तब तक ये ट्रेंस मंडुवाडीह से ही चलाई जाएंगी। कैंट रेलवे स्टेशन का इंस्पेक्शन करने के बाद बुधवार को रेलवे बोर्ड के मेंबर इंजीनियरिंग वीके गुप्ता ने मीडिया को यह जानकारी दी।

ख्ख्भ् करोड़ रुपये होंगे खर्च

वीके गुप्ता ने बताया कि विभिन्न दिशाओं से कैंट स्टेशन पहुंचने वाली ट्रेनों को समय से चलाने के लिए मंडुवाडीह, वाराणसी जंक्शन, सिटी, और काशी स्टेशन के बाबत री-मॉडलिंग का वर्क ऑर्डर जारी कर दिए गया है। इस पर ख्ख्भ् करोड़ रुपये का मास्टर प्लान बनाया गया है। इसके इंप्लीमेंटेशन के लिए उत्तर रेलवे, पूर्वोत्तर रेलवे व उत्तर मध्य रेलवे के इंजीनियर समन्वय बनाकर एक-डेढ़ माह में ब्लू प्रिंट जारी कर देंगे।

छावनी की एंट्री होगा मॉडर्न

कैंट स्टेशन के छावनी साइड के एंट्री पॉइंट को और बेहतर बनाने के लिए इंजीनियर्स ने कार्ययोजना तैयार कर ली है। इसके लिए कैंटोन्मेंट बोर्ड से भी वार्ता की जाएगी। इसके तहत पार्किंग, वेटिंग हाल, बुकिंग व रिजर्वेशन सेंटर में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्लैन है। इसी तरह मंडुआडीह में भी सेकेंड इंट्री बनाने की योजना है। वैसे, मंडुआडीह से कुछ नई ट्रेनें चलाई जानी है। इस कारण सर्कुलेटिंग एरिया समेत पैसेंजर्स अमेनटीज बढ़ाई जा रही हैं।

स्केलेटर का इनॉगरेशन जल्द

कैंट स्टेशन स्थित पैसेंजर हाल में स्वचलित सीढ़ी का कार्य पूरा कर लिया गया है। मेंबर रेलवे बोर्ड ने बताया कि इसकी इनॉगरेशन डेट जल्द ही डिक्लेयर कर दी जाएगी। इसकी इनॉगरेशन किसी विशिष्ट व्यक्ति से शुभारंभ कराने की प्लैनिंग है। उन्होंने बताया कि मंडुआडीह, वाराणसी, सिटी, औडि़हार व गाजीपुर रूट का दोहरीकारण का कार्य शुरू हो चुका है। इससे ट्रेनों के ऑपरेशन में आसानी होगी। इसके अलावा रेलवे कॉलोनियों के ड्रेनेज सिस्टम को भी बेहतर बनाने की योजना है। इसका कार्य इंजीनियर्स को सौंप दिया गया है। रेलवे बोर्ड के मेंबर वीके गुप्ता डीएलडब्ल्यू व डीआरएम ऑफिस भी गए। वहां उन्होंने ऑफिसर्स संग मीटिंग की।