VARANASI

पुराने और अब के बनारस में बहुत बदलाव आ गया है। वर्षो पुराने सकरे मुहल्लों और इलाकों में अब मल्टी स्टोरी बिल्डिंग, शॉपिंग काम्प्लेक्स, मॉल आम बात है। थिएटर व सिनेमा हॉल की जगह सिनेप्लेक्स ने ले लिया है। सिटी में बने फ्लाई ओवर और ओवर ब्रिज भी परिवर्तन की गवाही दे रहे हैं। यही नहीं रोड पर दौड़ती लग्जरी कारें भी यह बताने के लिए काफी है कि शहर ने बदलाव का चोला ओढ़ लिया है। मेरा शहर मेरा पितर के अन्तर्गत हम शहर के इस बदलते स्वरुप को बता रहे हैं।

मेट्रो से रिंग रोड तक

दुनिया के पुरातन शहर में शुमार बनारस में अब रिंग रोड बनने का आगाज हो गया है। इसके अलावा यहां मेट्रो रेल के प्रपोजल को भी मंजूरी मिल गयी है। बदलाव पर यही ब्रेक नहीं लगा है। आगे आने वाले दिनों में जो योजनाएं निहित होंगी उनमें अमृत योजना, स्वच्छ भारत मिशन, नमामि गंगे, हृदय योजना, घाटों की मरम्मत, संगीत विद्यालयों का विकास, सुगम्य भारत अभियान, प्रसाद योजना, मुद्रा लोन योजना, आइपीडीएस, एंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेमेंट सिस्टम, जायका, कल्चरल कन्वेंशन सेंटर व ट्रेड फैसिलेशन सेंटर भी शामिल है। जिससे इस शहर की सूरत बदल जाएगी।