-सोशल मीडिया पर दोस्त बनाने के बाद विदेशों में नौकरी दिलाने का झांसा दे किडनैप करने वाले गैंग का हुआ पर्दाफाश

-कोलकाता से पकड़े गए दो शातिर, भरोसा दिलाने के लिए प्लेन से लेकर लग्जरी गाडि़यों का करते थे यूज

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सोशल मीडिया के जरिए लोगों को विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देने के बाद उनका अपहरण कर परिजनों से फिरौती वसूलने वाले इंटरस्टेट गैंग के दो मेम्बर्स को पुलिस ने मंगलवार को पकड़ा। इन साइबर अपराधियों को पुलिस ने कोलकाता से अरेस्ट किया। गिरफ्तार अपराधी गुजरात के दो लोगों को बनारस में अपना निशाना बना चुके थे।

वसूल लिए सात-सात लाख

एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि बीते 20 अप्रैल को अहमदाबाद, गुजरात के नरेश मोदी व प्रकाश पटेल फूलपुर थाने पहुंचे। यहां शिकायत की थी कि अमन वर्मा नाम के शख्स से फेसबुक व वाट्सएप के जरिए फ्रेंडशिप हुई थी। अमन ने कनाडा में 70 हजार रुपये पर मंथ पर नौकरी दिलाने की बात कही थी। नौकरी के बदले प्रत्येक से सात-सात लाख रुपये की मांग रखी जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। इसके बाद अमन ने नरेश व प्रकाश को दिल्ली बुलाया और दो दिनों तक होटल में ठहराने के बाद बनारस से काम कराने की बात कहकर उन्हें प्लेन से बनारस लाया गया। एयरपोर्ट पर एक लग्जरी गाड़ी उन्हें लेने आई। गाड़ी से दोनों को सारनाथ स्थित एक मकान पहुंचाया गया जहां पहले से मौजूद लोगों ने नरेश व प्रकाश पटेल को बंधक बना लिया। बंदूक की नोक पर बदमाशों ने नरेश व प्रकाश से उनके घर वालों को फोन कराया कि वे कनाडा पहुंच चुके हैं और जिस एजेंसी के जरिए उनका काम हुआ है, उन्हें सात-सात लाख रुपये दे दीजिए। हवाला के माध्यम से रुपये मिलने के बाद बदमाशों ने उन्हें छोड़ दिया।

दूसरे पीडि़तों संग बिछाया जाल

इस सूचना के बाद शिवपुर व फूलपुर पुलिस ने भुक्तभोगियों से पूछताछ के बाद पड़ताल शुरू की। इस बीच पुलिस के हाथ अहमदाबाद के राजेश पटेल व भरत सिंह लग गए। साइबर अपराधियों के जाल में फंसे राजेश व भरत को विश्वास में लेने के बाद पुलिस ने अपना जाल बिछाया। शिवपुर एसओ शिवानंद मिश्र, फूलपुर एसओ अनिल सिंह संग एक टीम कोलकाता पहुंची। उधर राजेश व भरत को नौकरी दिलाने का झांसा देने वाले गिरोह के गुर्गे सोमवार को जैसे ही इन दोनों को एयरपोर्ट ले जाने के लिए पहुंचे, पुलिस टीम ने घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया। पकड़ा गया बदमाश सोमुद आलम हर्शी स्टेट कोलकाता व सुब्रतो अधिकारी निवासी बाबूपाड़ा, दिनहटा, जिला कुंज पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। इनकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बनारस के सारनाथ में उस मकान में दबिश दी जहां नरेश व प्रकाश पटेल को बंधक बनाकर फिरौती वसूली गई थी। मौके से अपहरण में प्रयोग एसयूवी भी बरामद कर ली गई है। वाराणसी में इनके गुर्गो की पहचान हो चुकी है। उनकी तलाश की जा रही है।

पूरे देश में फैला है इनका नेक्सेस

एसएसपी ने बताया कि इस गिरोह के तार दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, पंजाब, कोलकाता, गुजरात से लेकर कई अन्य महत्वपूर्ण शहरों तक फैले हैं। दो दिन की मिली रिमांड में पूछताछ के दौरान पता चला कि गैंग का सरगना दिलनवाज और राजीव मेहरोत्रा हैं जो दिल्ली में रहते हैं। इन दोनों ने देश के विभिन्न शहरों में अपने कार्यालय खोल रखे हैं। वाराणसी के सारनाथ में इन दोनों ने 18 हजार रुपये प्रतिमाह पर किराये का मकान ले रखा था। जहां ये लोगों को नौकरी दिलाने की बात कह उन्हें किडनैप करके रखते थे।