आई स्टिंग

- घाटों पर कुटिया बनाकर जमे साधु-संयासी चला रहे हैं नशे का गोरखधंधा

-खुलेआम बेच रहे हैं हेरोइन और गांजा

- डीजे आई नेक्स्ट के स्टिंग ऑपरेशन में हुआ खुलासा

-दो सौ रुपये में मिल जा रहा दो पुडि़या गांजा

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बनारस की पहचान गंगा घाट, जिसके आकर्षण में पूरी दुनिया के लोग यहां आते हैं। सावन के महीने में बाबा विश्वनाथ की नगरी में बड़ी संख्या में शिव भक्त पहुंच रहे हैं। गंगा के घाट इनसे गुलजार हैं। धर्म-आस्था और आनंद के पर्याय ये घाट इन दिनों अर्धम का अड्डा बन गए हैं। यहां नशे का धंधा खुलेआम चल रहा है और इन्हें ऑपरेट करते हैं साधु-संयासी का वेष धरे तथाकथित बाबा। उनकी कुटिया में चल रहे गोरखधंधा का भंड़ाफोड़ किया डीजे आई नेक्स्ट ने स्टींग ऑपरेशन में। रिपो‌र्ट्स की टीम ने राजेन्द्र प्रसाद घाट से मुंशी घाट तक पड़ताल की। जो सामने आया उसने साबित कर दिया कि पुलिस की मिलीभगत से घाटों पर नशे का धंधा फल-फूल रहा है।

मिलना आसान, नशे का सामान

- अस्सी से राजघाट तक 100 से ज्यादा बाबाओं की हैं घाट पर कुटिया

- कुटिया में भक्त बैठकर करते हैं गांजा और हेराइन संग शराब का सेवन

- अवैध गाइड इन बाबाओं के पास लाते हैं कस्टमर

- फारेनर्स को भी मुहैया कराते हैं नशे का सामान

- कई बाबा के कुटिया में गांजा, हेरोइन, शराब संग चिलम और गांजा भरी सिगरेट मिलती है आसानी से

- गांजा, हेरोइन, भांग आदि सबके रेट अलग-अलग है

-गांजा 60 से 100 रुपये पुडि़या तो हेरोइन 200 से 400 रुपये पुडि़या में है उपलब्ध

- गांजा भरी एक सिगरेट के लिए ये बाबा वसूलते हैं 50 रुपये तक