-लगातार बढ़ रहे अपराध व थानों पर फरियादियों की सुनवाई न होने की मिल रही शिकायत के बाद शासन ने दिया निर्देश

-एसएसपी के बाद एडीजी व एडीजी के बाद डीजीपी तक जायेगी रिपोर्ट

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थानों पर फरियाद लेकर पहुंचने वालों संग कैसा व्यवहार होता है। दर्ज मामलों में कार्रवाई क्या होती है और आरोपियों के खिलाफ क्या एक्शन होता है? ऐसे कुछ सवालों के जवाब के साथ हर थानेदार अब एक रिपोर्ट हफ्तेवार डीजीपी तक भेजेंगे। ये नया काम शासन के निर्देश के बाद शुरू हुआ है।

गुडवर्क व बैडवर्क दोनों पर नजर

दरअसल लगातार बढ़ रहे अपराध समेत थानों पर फरियादियों की सुनवाई न होने की शिकायतों के चलते ये नया निर्देश दिया गया है। इसमें टारगेट पर सीधे थानेदार होंगे और कार्रवाई के बाबत अब सीधे इनसे ही पूछताछ होगी। इसके तहत गुडवर्क व बैडवर्क की रिपोर्ट एसओ को प्रत्येक सप्ताह एसएसपी को रिपोर्ट भेजनी होगी। एसएसपी इस रिपोर्ट की समीक्षा कर एडीजी के यहां भेजेंगे। वहां से क्रॉस चेक कर डीजीपी ऑफिस भेज दी जायेगी।

रिपोर्ट खराब तो कार्रवाई तय

हर सप्ताह जाने वाली रिपोर्ट के आधार पर ही अब थानेदारी भी डिसाइड होगी। अच्छी रिपोर्ट रही तो थानेदार बरकरार रहेंगे नहीं तो कार्रवाई तय है। इसके लिए तय क्राइटेरिया के हिसाब से तीन सप्ताह लगातार गलत रिपोर्ट जाने पर संबंधित थानेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की संस्तुति की जा सकती है।

देते हैं सिर्फ अच्छी रिपोर्ट

ये पूरी कवायद इसलिए भी की जा रही है क्योंकि थानेदार अपनी अच्छी रिपोर्ट ही अब तक एसएसपी को भेजते रहे हैं। ये रिपोर्ट मंथली जाती है लेकिन नये आदेश के बाद अब सप्ताहवार रिपोर्ट की मॉनिटरिंग भी होगी। इसके लिए पीडि़त से भी सम्पर्क कर उसके मामले में कार्रवाई की पड़ताल एक टीम अलग से करेगी।

कानून व्यवस्था को मेंटेन रखने व पब्लिक की समस्याओं के जल्द निस्तारण के लिए ये कवायद की जा रही है। थानेदारों की मॉनिटरिंग शासन लेवल से भी होगी।

बी महापात्रा, एडीजी जोन