Trust के हास्टल हैं बड़ा सिरदर्द

बता दें कि अभी तक डॉ। सर्वपल्ली राधाकृष्णन, डायमंड जुबिली, सर सुन्दर लाल, पीसी बनर्जी और शताब्दी ब्वायज हास्टल में रेड डालकर डेढ़ सौ के आसपास इल्लीगल अन्त:वासियों को बाहर का रास्ता दिखलाया गया था। बावजूद इसके

अभी भी बड़ी संख्या में मौजूद हास्टल्स में रेड डाली जानी बाकी है। जिनमें एयू एडमिनिस्ट्रेशन के सामने ट्रस्ट के हास्टल्स में रेड की कार्रवाई सबसे डिफिकल्ट काम है। ईयर 2012 में यह देखने में आया था कि ट्रस्ट के हास्टल्स में रेड के

दौरान आफिसर्स को तगड़ा विरोध झेलना पड़ा था।

औचक निरीक्षण पर होगी सीधे FIR

इस दौरान बीच में लम्बे ब्रेक के दौरान डायमंड जुबिली हास्टल्स समेत बाकी हास्टल्स में दोबारा से अवैध अन्त:वासियों के पैर पसारने की सूचनाएं फैल रही हैं। इस बावत डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो। जगदम्बा सिंह का कहना है कि जितने

हास्टल्स में रेड डाली जा चुकी है। वहां दिन और रात कभी भी औचक निरीक्षण किया जा सकता है। इस दरम्यान अगर कोई भी इल्लीगल तरीके से रहते पाया गया तो उसके खिलाफ सीधे एफआईआर होगी। बता दें कि हास्टल्स में रेड

इलाहाबाद हाईकोर्ट के हार्ड डायरेक्शन के बाद से शुरू हुआ था।

Next month तक हास्टल मिलने की उम्मीद

अगर सबकुछ सही चलता रहा तो जनवरी के लास्ट तक हास्टल में एडमिशन की वेटिंग लिस्ट भी जारी हो सकती है। ऐसे में वेटिंग लिस्ट की बाट जोह रहे सैकड़ों कैंडिडेट्स को पूरी उम्मीद है कि उन्हें अगले माह तक हास्टल मिल सकेगा।

गौरतलब हो कि एयू की पूरी कोशिश है कि फस्र्ट फेज में निकाली गई कट आफ मेरिट के दायरे में आने वाले सभी स्टूडेंट्स को हास्टल में पजेशन दिलवा दिया जाए। एयू में हास्टल के लिए तकरीबन तीन हजार के करीब आवेदन आए हैं।