- स्कॉटलैंड और मलेशिया के एक्सप‌र्ट्स ने दिया रिवरफ्रंट का प्रेजेंटेशन

- टीम साइट पर बैठकर करेगी लगातार मॉनिटरिंग, हर हफ्ते देगी रिपोर्ट

LUCKNOW : राज्य सरकार गोमती की तरह यमुना और वरुणा नदी पर भी रिवरफ्रंट बनायेगी। मथुरा-वृंदावन में यमुना नदी के तट पर इसका निर्माण होगा। वहीं, वाराणसी में वरुणा नदी पर रिवरफ्रंट अपनी आभा बिखेरेगा। शुक्रवार को स्कॉटलैंड और मलेशिया से आए रिवरफ्रंट स्पेशलिस्ट्स की टीम ने सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव के समक्ष इसका प्रेजेंटेशन भी दिया। तय हुआ कि एक्सप‌र्ट्स और सिंचाई विभाग के अधिकारियों की एक टीम साइट पर बैठ कर निर्माण कार्यो का जायजा लेगी और हर हफ्ते राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट देगी।

नर्सरी जाकर करेंगे पौधों का चयन

बैठक में सिंचाई मंत्री को बताया गया कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों की एक टीम नर्सरी से पौधों को चयन करेगी। ये पौधे दो से तीन साल में अपने वास्तविक आकार में आकर नदियों के रिवरफ्रंट की खूबसूरती में इजाफा करने लगेंगे। वहीं रिवरफ्रंट में स्थानीय लोक संस्कृति से सम्बन्धित कलाओं का भी प्रदर्शन किया जाएगा जिससे वहां आने वाले लोगों को अपनी लोक संस्कृति एवं विरासत की जानकारी मिल सके। वहीं सिंचाई मंत्री ने कहा कि रिवरफ्रंट के बहुआयामी सौंदर्यीकरण द्वारा सांस्कृतिक विरासत को मजबूत करना आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। यह प्रदेश सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी योजना है। मैंने कई देशों के भ्रमण के दौरान वहां के रिवरफ्रंट को देखा तथा इस बात की आवश्यकता महसूस की कि यूपी की नदियों के रिवरफ्रंट को भी विकसित किया जाये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि रिवरफ्रंट के डेवलपमेंट के सामने आने वाली चुनौतियों से सख्ती से निपटा जाये। इसमें किसी भी प्रकार की रूकावट नहीं आनी चाहिए। इस अवसर पर स्कॉटलैंड से आए एंथनी एवं अभिषेक मलेशिया से आए जेशन, प्रमुख सचिव सिंचाई दीपक सिंघल समेत तमाम विभागीय अधिकारी मौजूद थे।