- प्रशासन ने ली राहत की सांस, भाजपा और विहिप कर चुके हैं विरोध

ALLAHABAD: जगद्गुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती माघ मेला क्षेत्र में जमीन लेने को राजी हो गए हैं। प्रशासन उन्हें ज्योतिर्मठ के नाम से जमीन व सुविधा मुहैया कराने जा रहा है, जिसको लेकर वासुदेवानंद ने हामी भर दी है। मामले का पटाक्षेप होने के बाद प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है। गौरतलब है कि माघ मेला क्षेत्र में हर बार स्वामी वासुदेवानंद को ज्योतिष्पीठ की जमीन व सुविधा मिलती रही है। इस बार कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए प्रशासन ने ज्योतिष्पीठ की सुविधा शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती को दे दी। इससे नाराज वासुदेवानंद ने मेला क्षेत्र में शिविर न लगाने का निर्णय लिया था। प्रशासन ने उन्हें मनाने का काफी प्रयास किया, परंतु वह नहीं माने। इसको लेकर विहिप व भाजपा ने प्रदर्शन भी किया। स्वामी वासुदेवानंद का कहना है कि ज्योतिर्मठ आदि शंकराचार्य की तपस्थली रही है। प्रशासन उन्हें ज्योतिर्मठ के नाम से जमीन व सुविधा दे रहा है। माघ मेला में वह शिविर लगाकर सनातन धर्म की रक्षा व प्रचार-प्रसार के लिए काम करेंगे।