वीसी फिर शहर छोड़कर गए बाहर, प्रो। केएस मिश्रा को देकर गए चार्ज

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ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में चल रही रार के बीच एक बार फिर बुधवार को वाइस चांसलर प्रो। आरएल हांगलू शहर छोड़कर बाहर चले गए। उन्होंने आर्ट फैकेल्टी के डीन प्रो। केएस मिश्रा को वीसी का चार्ज सौंप दिया है। बुधवार को उन्हें ढूंढते वीसी आवास पर पहुंचे छात्रों को भी वीसी वहां नहीं मिले। वीसी कब विवि में लौटेंगे? इस पर कयासबाजी जारी है। जानकार कह रहे हैं कि वीसी दिल्ली गए हैं। लेकिन, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।

इसलिए टिके हैं करीबी दिग्गज

पहले भी ऐसे अवसर आए हैं जब कल्याणी यूनिवर्सिटी के मिरेकलमैन कहे जाने वाले प्रो। हांगलू ने मुश्किल घड़ी में पासा पलटकर सबको हैरत में डाल दिया है। फिर चाहे वह पूर्व एमएचआरडी मिनिस्टर स्मृति ईरानी के साथ हुआ विवाद हो, ऑनलाइन-ऑफलाइन एग्जाम हो या विवादित शिक्षक भर्ती को लेकर खड़ा हुआ बवंडर। हर बार वीसी बाहर से लौटने के बाद ज्यादा पावरफुल लगे हैं। इस बार भी उनके इस्तीफे या सरकार द्वारा हटाए जाने को लेकर चर्चाएं तेज हैं। बावजूद इसके वीसी के करीबी दिग्गज शिक्षकों को उम्मीद है वो फिर पासा पलट देने में कामयाब होंगे। ऐसे में वे भी डटे हुए हैं।

जिसे जैसे चाहा वैसे मसला

विश्वविद्यालय में ऐसे लोगों की लम्बी सूची है जिन्हें वीसी प्रो। हांगलू ने जैसे चाहा वैसे ठिकाने लगाने की कोशिश की। इसमें पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह, पूर्व अध्यक्ष रोहित मिश्रा, पूर्व उपाध्यक्ष आदिल हमजा, पूर्व उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह, छात्रनेता सूर्य प्रकाश मिश्रा, छात्रनेता आनंद सिंह निक्कु, पूर्व डीन सत्यनारायण, रजिस्ट्रार कर्नल हितेश लव, कार्य परिषद सदस्य प्रो। सीएल खेत्रपाल, हिन्दी विभाग के पूर्व हेड प्रो। केएस पांडेय, ईसीसी प्रिंसिपल डॉ। एम। मैसी, आर्य कन्या की प्रिंसिपल डॉ। उर्मिला श्रीवास्तव आदि ऐसे नाम हैं। यहां तक की विवि में तीन बार आई उच्च स्तरीय कमेटी भी वीसी का बाल तक बांका नहीं कर सकी। कहा जाता है कि विवि में वीसी हांगलू की इच्छा ही कानून है। उनपर अपनी इच्छानुसार पद बांटने तक के आरोप लगे हैं। हालांकि इस बार मामला दूसरी प्रकृति का है।