- अपने तीन साल के कॅरियर में जो देखा और किया सब लिखेंगे

- क्या हुआ और क्या हो सकता था इस पर भी होगा उनका व्यू

Meerut: सीसीएस यूनिवर्सिटी, जो हमेशा विवादों में ही घिरी रहती है। कभी घोटाला तो कभी करप्शन। आईपीएस रहे वीसी गोयल इस यूनिवर्सिटी में वीसी के पद तीन साल पहले आए थे। उन्होंने यहां कई तरह के उतार चढ़ाव देखे। विरोध झेले और काफी कुछ बलाव किया। जो अपने इस अनुभव को किताबों में लाने की तैयारी में हैं। इस यूनिवर्सिटी में अपने एकेडमिक कॅरियर को पुराने अनुभवों से जोड़ते हुए वे किताब लिखने जा रहे हैं। जो अपने फ्री वक्त में लिखेंगे।

यूनिवर्सिटी का कार्यकाल

वीसी गोयल का कहना है कि वे फ्8 साल की नौकरी करने के बाद एकेडमिक जॉब में वापस आए। जहां इन्होंने काफी उतार चढ़ाव देखे। इनका कहना है कि एकेडमिक में आया तो पता चला तक यहां कितना परिवर्तन आ गया है। यूनिवर्सिटी में बिताए तीन साल के कॅरियर में उन्होंने क्या कुछ नहीं देखा। आए तो देखा कि क्या हो रहा था और अब क्या हो रहा है। शासन कैसी व्यवस्था करता है कि एक रजिस्ट्रार को आज भी रोका हुआ है। जो भी उनके एकेडमिक कॅरियर का अनुभव है वह लिखने की सोच रहे हैं।

कई नाम होंगे उजागर

इनका कहना है कि अगर वे किताब लिखते हैं तो कई नाम कंट्रोवर्शियल होंगे। अपने तीन साल का पूरा अनुभव वे किताब में लिखेंगे। यूनिवर्सिटी की हर वो बात किताब में होगी जो उनके सामने आई। जब वे आए तो यूनिवर्सिटी में क्या था और आज वो क्या है। यूनिवर्सिटी की पुरानी व्यवस्थाओं को लेकर रहे अनुभव और उनमें किए गए बदलावों को भी वे किताबों में लिखेंगे। इनका कहना है कि मैने काफी कुछ ठीक किया। और भी ठीक हो सकता था, अगर सामने वाला आदमी समझे।

अगर सब साथ होते तो

सबसे बड़ी बात ये कि यह यूनिवर्सिटी डिग्री बांट रही शिक्षा नहीं बांट रही। जो देश के लिए काफी खतरनाक है। यूनिवर्सिटी हो या फिर कुछ और सब जगह काम टीम वर्क से होता है। कुछ बढि़या करना है तो टीम वर्क जरूरी है। कुछ कर्मचारी साथ थे तो कुछ अलग थे। अगर सभी साथ होते तो इस यूनिवर्सिटी का सीन क्या होता। यह सब किताबों में लिखेंगे। जब भी समय मिलता है वे लिखते हैं। लेकिन इसके लिए छुट्टी पर जाने के बाद ही वे पूर्ण रूप से लिख सकेंगे।