- यूनिवर्सिटी में बनाए गए फुल फ्लेस्ड रजिस्ट्रार, लोहनी भी वापस

- मनोज कुमार ने लोहनी पर आरोप लगाते हुए दिया आदेश

Meerut: सीसीएस यूनिवर्सिटी में चल रही वीसी और रजिस्ट्रार की लड़ाई में दोनों ओर से ईगो बनी हुई है। रजिस्ट्रार अपनी कुर्सी पर जमे हुए हैं और वीसी उनको मानने के लिए तैयार नहीं हैं। कन्वोकेशन के लिए बनाए गए फुल फ्लेस्ड रजिस्ट्रार हिंदी के प्रोफेसर ने भी शासन के रजिस्ट्रार मनोज कुमार के सामने हथियार डाल दिए। जहां उन्होंने गुरुवार को अपने सभी कार्य वीसी द्वारा नियुक्त किए गए रजिस्ट्रार प्रभाष द्विवेदी को सौंप दिए और हाथ जोड़कर निकल लिए।

ये बनाए गए थे रजिस्ट्रार

वीसी और रजिस्ट्रार के बीच लड़ाई अक्टूबर में शुरू हुई। उनको रिलीव भी कर दिया गया। इसके साथ ही वीसी की ओर से प्रभारी रजिस्ट्रार के पद पर डीआर प्रभाष द्विवेदी को बैठा दिया। इसके बाद एक मामले में प्रभाष द्विवेदी से कर्मचारियों का पंगा हो गया। जिसमें प्रभाष द्विवेदी की ओर से कर्मचारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इस बीच भी रजिस्ट्रार मनोज कुमार अपने ही ऑफिस में बैठते रहे। प्रभाष द्विवेदी छुट्टी पर गए तो उनकी जगह डीआर डॉ। देवराज को रजिस्ट्रार बनाकर खड़ा कर दिया। देवराज ने मनोज कुमार के सामने सरेंडर कर दिया तो इनकी जगह कन्वोकेशन तक के लिए प्रोफेसर एनसी लोहनी को फुलफ्लेस्ड रजिस्ट्रार बना दिया।

फिर शुरू हुआ पंगा

रजिस्ट्रार बनाए गए एनसी लोहनी पर रजिस्ट्रार मनोज कुमार ने कर्मचारियों को धमकाने का आरोप लगाया और नोटिस जारी कर दिया। गुरुवार को जैसे ही प्रभाष द्विवेदी वापस लौटे तो एनसी लोहानी ने तुरंत उनको यह पद सौंप दिया। साथ ही इस पद से तौबा करके निकल लिए। अब फिर मामला दो ऐसे रजिस्ट्रार के बीच पहुंच गया जो झुक नहीं रहे। मनोज कुमार यूनिवर्सिटी के वीसी के गले की हड्डी बनकर अटक गए हैं। जिनको निकालना वीसी के बस से बाहर है। फिलहाल मामले में राजभवन निर्णय लेने जा रहा है। जो जल्द ही सबके सामने होगा।