-अवैध कॉलोनियों के खिलाफ वीडीए की सख्ती ने लोगों की बढ़ाई मुश्किल

-बिजली की सुविधा से वंचित कॉलोनियों में पोल लगाने व तार बिछाने की योजना अधर में

VARANASI

शासन के निर्देशानुसार एक तरफ जहां पावर कॉरपोरेशन हर घर तक बिजली की सुविधा पहुंचाने में लगा है, वहीं अवैध कॉलोनियों के खिलाफ वीडीए की सख्ती ने यहां रह रहे बाशिंदों को परेशानी में डाल दिया है। बता दें कि बिना एप्रूवल के बनी कॉलोनियों में बिजली व पानी का कनेक्शन न देने के लिए खुद वीडीए उपाध्यक्ष पुलकित खरे ने संबंधित विभाग के ऑफिसर्स को पत्र लिखने की बात कही थी। ऐसे में बिना एप्रूवल के बनी कॉलोनियां बिजली से कैसे रोशन होंगी? ये पेंच आ फंसा है। वर्तमान में यहां गलत तरीके से तार खींचकर बिजली का यूज किया जा रहा है।

नियमित करने को भेजा प्रपोजल

वहीं दूसरी तरफ बिजली की सुविधा से अब तक वंचित कालोनियों में पोल लगाने और तार बिछाने के लिए पावर कॉरपोरेशन ने शासन को एक प्रपोजल बनाकर भेजा है। डिपार्टमेंट की लिस्ट में शामिल ऐसी कॉलोनियों में बिजली पहुंचाने के लिए क्97 करोड़ रुपये की डिमांड की गई है। प्राइवेट कॉलोनियों में मानक के अनुरूप पैसा जमा कराकर पोल और तार बिछाने का काम होगा। अब तक लम्बी दूरी से केबिल खींचकर बिजली का यूज कर रहे लोग नियमित किये जाएंगे।

निशाने पर अवैध कॉलोनी

पिछले दिनों अभियान चलाकर वीडीए ने रामनगर-टेंगरा मोड़ मार्ग पर विकसित हो रहे एक दर्जन से ज्यादा प्लॉट पर कार्रवाई की थी। जिसे नामी गिरामी रियल स्टेट कम्पनियां बिना ले आउट एप्रूव कराये बेचने की तैयारी कर रही थीं। इसी बीच वीडीए उपाध्यक्ष पुलकित खरे ने बिना ले आउट एप्रूव की बनी कॉलोनियों में बिजली और पानी का कनेक्शन न देने के लिए संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखने की बात कही थी।

आफिसियल वर्जन

विद्युत आपूर्ति संहिता ख्00भ् के तहत कंज्यूमर्स को कनेक्शन देना अनिवार्य है। अवैध कालोनियों के कंज्यूमर्स को नियमित करने को प्रपोजल बनाकर शासन को भेज दिया गया है।

अतुल निगम, एमडी पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड

अवैध कालोनियों में बिजली और पानी का कनेक्शन देने से रोकने के लिए संबंधित विभाग को पत्र लिखा जाएगा। कंज्यूमर्स को ऐसे प्लॉट लेने से पहले अवेयर होने की आवश्यकता है, जहां बुनियादी सुविधाओं से उन्हें वंचित रहना पड़े।

पुलकित खरे, उपाध्यक्ष वीडीए

पावर कारपोरेशन का टार्गेट

- क्.ब्भ् लाख नये कनेक्शन का लक्ष्य पूर्वाचल में

- 80 हजार को कनेक्शन दिया जा चुका है

- म्भ् हजार कनेक्शन शेष