- वीडीए के पार्क बदहाल, संवारने का नहीं है ठोस प्लान

- अवैध कब्जा होने से पब्लिक नहीं कर पा रही पार्को का इस्तेमाल

VARANASI

वीडीए अपनी कॉलोनियों में पर्याप्त सुविधाएं देने का दावा करता है, लेकिन इनके पार्को की दुर्दशा देखकर हकीकत समझ में आ जाती है। वीडीए के पार्क पूरी तरह से बदहाल हैं। कई पार्को में तो आसपास रहने वाले लोगों ने अवैध कब्जा भी कर लिया है। जिससे इन पार्को की पब्लिक के लिए उपयोगिता कम हो गई है। वीडीए के पास कोई ठोस प्लान और बजट नहीं है कि इन पार्को को नगर निगम के पार्को की तर्ज पर 'स्मार्ट' बना सके।

गंदगी बरकरार, जानवरों की भरमार

वाराणसी विकास प्राधिकरण के पास छोटे पार्क हैं। फिर भी पार्को की नियमित सफाई न होने से उसमें गंदगी बरकरार है। वहीं बड़ी गैबी, फातमान रोड समेत कई पार्को में तो जानवर बांधकर अवैध कब्जा भी कर लिया गया है। पार्को में लगे पौधे और घास सूख गई है। बच्चों को खेलने के लिए लगाए गए झूले भी खराब हो गए हैं। विभागीय अफसरों का कहना है कि पार्को में माली न होने से इनका मेंटिनेंस नहीं हो पाता है। इससे पार्को की सूरत पूरी तरह से बिगड़ गई है।

पार्को को संवारेगा नगर निगम

वीडीए के पार्को को अब नगर निगम संवारेगा। फ‌र्स्ट फेज में दर्जन भर पार्को का चयन किया गया है। अपने पार्को की सफाई और पौधरोपण के साथ ही निगम का उद्यान विभाग इन पार्को की सुधि लेगा। वहीं, दो पार्को को 'अमृत' योजना के तहत संवारने की जिम्मेदारी भी नगर निगम ने ली है। सारंग तालाब और अर्दली बाजार के विंध्यवासिनी कॉलोनी पार्क को निगम 'स्मार्ट' बनाएगा। नगर निगम के अफसरों के मुताबिक वीडीए जिन पार्को को उन्हें हैंडओवर करता है। उन पार्को का रखरखाव निगम करता है।

एक नजर

- 235 पार्क हैं शहर में

- 70 छोटे-बड़े पार्क हैं वीडीए के

- 30 लाख सालाना बजट रखरखाव का

- 160 कॉलोनियां हैं वीडीए की

पार्को का समय-समय पर मेंटिनेंस किया जाता है। माली न होने से पार्को की सुरक्षा में दिक्कत होती है। पार्को को संवारने के लिए नगर निगम से बात की गई है।

राजेश कुमार, वीसी, वीडीए

वीडीए के पार्को में भी सफाई और पौधरोपण कराया जाएगा। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत जनसुविधाएं बढ़ाने के मद्देनजर निगम ने यह फैसला किया है।

रमेश चन्द्र सिंह, संयुक्त नगर आयुक्त