छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: लौहनगरी में हरी सब्जियां भाव का रही हैं। सब्जियों की आसमान छू रही कीमत ने लोगों के किचन का बजट बिगाड़ कर रख दिया है। दो-तीन हफ्ते पहले किलो में हरी सब्जियों की खरीदारी करने वाले अब आधा किलो या फिर पाव के हिसाब से खरीदारी कर रहे हैं। महंगी कीमत की वजह से सब्जियां थाली से कम होने लगी हैं। भोजन में सब्जी की मात्रा ना के बराबर हो जाने से सेहत पर भी इसका असर पड़ रहा है।

ग्राहक-व्यापारी दोनों परेशान

साकची स्थित सब्जी मंडी में इस समय ग्राहक व व्यापारी दोनों ही परेशान हैं। पटल से लेकर सभी मौसमी सब्जियों के दाम दोगुना से भी अधिक होने की वजह से कस्टमर्स खरीदारी करने में आनाकानी कर रहे हैं। वहीं सब्जी विक्रेता सब्जी शाम तक बिक्री नहीं होने पर भारी नुकसान की आशंका से डरे हुए रहते हैं। साकची मंडी के सब्जी विक्रेता पंकज ने बताया कि कीमत में कोई स्थिरता ही नहीं है। जो भिंडी दो-तीन सप्ताह पहले तक 20 से 25 रुपये प्रति किलो खरीदते थे। अब इसे 50 रुपए प्रति किलो के हिसाब से खरीदना पड़ रहा है।

घंटे भर में बदल रहे दाम

साकची सब्जी बाजार में मूल्य पर कोई नियंत्रण नहीं है। रोजाना शाम को चार बजे से रात नौ बजे तक बिकने वाली सब्जियों की कीमत मांग के अनुरूप बदल जा रही है। बाजार सूत्रों की माने तो मंडी में यदि किसी दिन परवल, करैला, लौकी, नेनुआ, भिंडी व गोभी इत्यादि सब्जी कम आती है, तो दाम लगभग डेढ़ गुना बढ़ जाता है। हालांकि थोक भाव की कीमतें स्थिर रहती हैं, लेकिन व्यापारी मांग बढ़ते ही कस्टमर्स से मनमानी कीमत वसूलते हैं।

किस सब्जी का कितना दाम

सब्जी दाम

कटहल - 160 रु केजी

मटर - 160 रु केजी

टमाटर - 80 रु केजी

बीन - 80 रु केजी

करेला - 60 रु केजी

भिन्डी - 60 रु केजी

गोभी - 50 रु जोड़ा

प्याज - 45 रु केजी

परवल - 40 रु केजी बैगन - 40 रु केजी

धनिया पत्ता - 15 रु में 100 ग्राम

सब्जियों के दाम बढ़ने मिडिल क्लास लोगों को काफी परेशानी हो रही है। मैंने तो कई दिनों से प्याज तथा टमाटर का दर्शन ही नहीं किए है। आसमान छूने वाले रेट के कारण खाने में सब्जी सी गायब हो गई है। प्याज महंगा होने की वजह से हर पकवान का जायका खत्म सा हो गया है।

आशा देवी, साकची

सब्जियों के बढ़े रेट के कारण घर का बजट खास तौर पर गृहणी का बजट बिल्कुल बिगड़ गया है। खाने में सब्जी ना होने के कारण बच्चों की सेहत पर भी इसका असर दिख रहा है। हर सब्जी के दाम आसमान छू रहे हैं, लोग खाएं तो क्या खाएं।

सुष्मिता सिंह, मानगो

200 रुपए में भी झोला भर भी सब्जी नहीं मिल रही है। बाजार में सब्जी महंगी होने की वजह से इनकी खरीदारी करने का मन ही नहीं करता है। ऐसी कोई सब्जी नहीं जिसका रेट नही बढ़ा है। अमूमन सारी सब्जियों के दाम 50 रुपए के लगभग में है। इतनी महंगी सब्जियां रही तो लगता है सब्जी खाना छोड़ना पड़ेगा।

-राहुल घोष, गोविंदपुर