बढ़ रही हैं संख्या

वाहनों संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसका असर लोगों की जेबों पर पड़ रहा है। आइए जानते हैं सिटी में आखिर ये महामारी कैसे आई? क्या ऐसा कोई वायरस आ गया कि व्हीकल बीमार हो रहे हैं।

'गड्ढा' वायरस

सिटी में आजकल गाडिय़ों को बीमार करने वाला वायरस तेजी से फैला हुआ है। जिसका नाम है 'गड्ढा' वायरस। ये वायरस रोजाना एक दर्जन से अधिक गाडिय़ों को अपना शिकार बना रहा है। ये प्रक्रिया पिछले दो महीने से चालू है। इसकी वजह से सिटी के तमाम ऑटो मोबाइल हॉस्पिटल मतलब सर्विस स्टेशन खचाखच भरे हुए हैं। इस वायरस की रोकथाम को संबंधित डिपार्टमेंट मुस्तैद नहीं है।

बड़ा ही खतरनाक है

'गड्ढा' वायरस बड़ा ही खतरनाक है। ये फोर और टू व्हीलर व्हीकल पर जरा भी दया भाव नहीं दिखा रहा है। फोर व्हीलर की बात करें तो वो एलॉय व्हील को ज्यादा नुकसान पहुंचा रहा है। वहीं फोर व्हीलर की अंडर बॉडी डैमेज के साथ-साथ सस्पेंशन और स्टीयरिंग में भी काफी प्रॉब्लम आ रही है और एलाइन्मेंट भी खराब हो रहे हैं। वहीं टू व्हीलर में खासकर बाइक के व्हील 'गड्ढा' वायरस के संपर्क में आते ही गश खाकर गिर रहे हैं। जिसके कारण व्हील के अलावा बॉडी को भी काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं।

एक हॉस्पिटल में तीन

एक ऑटो मोबाइल हॉस्पिटल में 'गड्ढा' वायरस की चपेट में आने वाले डेली तीन फोर व्हीलर व्हीकल पहुंच रहे हैं। सिटी में करीब ऐसे 100 ऑटो मोबाइल हॉस्पिटल मौजूद हैं। जो ऐसे व्हीकल का इलाज करते हैं। इन व्हीकल की डॉक्टर्स की मानें तो अगर जल्द ही इस वायरस को दूर नहीं किया गया तो सिटी के तमाम ऑटो मोबाइल हॉस्पिटल में व्हीकल को रखने की जगह नहीं बचेगी।

टू व्हीलर की भी शामत

रोज एक टू व्हीलर एक्सपर्ट के पास रोजाना 30 अधिक बीमार टू व्हीलर पहुंच रहे हैं। एक्सपर्ट की मानें तो ऐसे बीमार टू व्हीलर ज्यादा आ रहे हैं जिनके शॉकर्स खराब हैं। वहीं कई टू व्हीलर ऐसे हैं जिनकी प्लास्टिक बॉडी डैमेज हो रखी है। 'गड्ढा' वायरस सबसे पहले प्लास्टिक बॉडी को डैमेज करता है। दोनों ओर के शॉकर्स को भी पूरी तरह से खराब कर देता है।

बहुत ही मंहगा है इलाज

फोर व्हीलर की बात करें तो एक्सपर्ट आशुतोष महेश्वरी बताते हैं कि गाडिय़ों के एक नॉर्मल एलॉय व्हील की कीमत 4500 रुपये से स्टार्ट होती है। एक बार वर्कशॉप में आने के बाद अंडर बॉडी डैमेज के साथ-साथ सस्पेंशन और स्टीयरिंग को ठीक करने में कम से भी कम 6 हजार रुपये तक लग जाते हैं। वहीं टू व्हीलर का इलाज भी कम महंगा नहीं है। 'गड्ढा' वायरस की चपेट में आने के बाद एक ऑरिजनल एलॉय व्हील के जोड़े की कीमत 6000 रुपये से शुरू होती है। वहीं आगे की शॉकर्स की कॉस्ट 2400 और पीछे के शॉकर्स की कीमत 1500 रुपए हैं। मडगार्ड टेल लाइट और प्लास्टिक बॉडी की कॉस्ट मॉडल को देखकर बताई जाती है।

"शहर में काफी गड्ढे होने की वजह से गाडिय़ों की व्हील और सस्पेंशन खराब होने की काफी

शिकायत आ रही है। हमारे पास जो गाडिय़ा सर्विस के लिए आ रही है उनमें भी अधिकतर

प्रॉब्लम यही है। जिसमें काफी खर्चा आता है."

- आशुतोष, महेश्वरी, ऑनर, आरके ऑटो इंजीनियर

"गड्ढों की वजह से शॉकर्स, मडगार्ड और टू व्हीलर की प्लास्टिक बॉडी काफी डैमेज हो जाती

है। साथ ही एलॉय व्हील भी खराब हो जाते हैं। ऐसी रोज दो दर्जन टू व्हीलर इस तरह से आ

रहे हैं."

- जान मोहम्मद, ऑनर, जान मोटर्स