देहरादून: फर्जी दस्तावेजों पर दोपहिया वाहन फाइनेंस कराने और फिर उन्हें मामूली दामों पर बेचकर बैंकों को चूना लगाने वाले एक गिरोह का दून पुलिस ने पर्दाफाश किया है। गिरोह के कब्जे से 16 दोपहिया वाहन भी बरामद किए गये हैं। गिरोह के दो मेंबर पुलिस की गिरफ्त में आए हैं, पुलिस गैंग से जुड़े और सदस्यों की पड़ताल में जुट गई है।
यह है पूरा मामला
5 मार्च को वसंत कुमार पुत्र कुमार चंद निवासी कुलणा अठूरवाला ने क्लेमेंट टाउन थाने में तहरीर देकर बताया था कि कुलवीर राणा अपने दोस्तों के साथ क्लेमेंट टाउन में किराये का मकान लेकर रह रहा था। बताया कि उसने मकान के पते के आधार पर फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड व अन्य फर्जी दस्तावेज बनवाकर ओरिएंटल बैंक में खाता खुलवाया। इसके बाद वह फर्जी दस्तावेजों के आधार पर विभिन्न कंपनियों से दोपहिया वाहन फाइनेंस कराता था। इसके बाद वाहन बेच दिए जाते थे। पुलिस ने केस दर्ज करते हुए गिरोह की तलाश शुरू की।
ऐसे चढ़े पुलिस के हत्थे
गिरोह के संबंध में इनपुट जुटाने के लिए पुलिस ने मुखबिरों को सक्रिय किया। मुख्य आरोपी की फोटो मुखबिरों को पहचान के लिए भेजी गई। संडे को मुखबिर ने पुलिस को सूचना दी कि आईएसबीटी फ्लाई ओवर के नीचे से कुलबीर और उसका एक दोस्त ज्यूपिटर से टर्नर रोड की तरफ जा रहे हैं, जिसके बाद पुलिस ने टर्नर रोड पर बैरियर लगाकर दोनों को रोका और अरेस्ट कर लिया।
आरोपियों की पहचान
पूछताछ में आरोपियों ने अपनी पहचान कुलवीर राणा पुत्र सवाल सिंह थाना नकुड़ जिला सहारनपुर व तेजपाल पुत्र बलवान सिंह निवासी जिला कैथल हरियाणा के रूप में बताई। गिरोह के एक और सदस्य के बारे में पुलिस को इनपुट मिले हैं, जिसका नाम प्रदीप बताया जा रहा है, पुलिस उसकी गिरफ्तारी के प्रयासों में जुट गई है।
पुलिस की टीम को ईनाम
शातिर गिरोह को दबोचने वाली पुलिस की टीम को एसएसपी ने शाबाशी दी है। इसके साथ ही उन्होंने टीम को 2500 रुपये नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।
ये वाहन किए बरामद
- 7 एक्टिवा
- 4 होंडा साइन
- 2 पल्सर
- 2 स्पलेंडर
- 1 ज्यूपिटर
- 4 फर्जी वोटर कार्ड
- 3 पैन कार्ड
-4 वाहन आरसी