- रैम पार्क की पार्किंग में पिछले एक साल में 100 से अधिक गाडि़यां चोरी

- हर रोज सुबह शाम सैकड़ों लोग आते हैं पार्क में सैर करने

- माल रोड पर वॉकिंग करने वालों की गाडि़यों की सुरक्षा के लिए खड़ा होता है गार्ड

Meerut : पिछले तीन महीनों में आर्मी एरिया में आर्मी द्वारा दो ऑपरेशन किलाबंदी, पिछले आठ महीने में छह गेट और दीवार। उसके बाद भी आर्मी एरिया सुरक्षित नहीं। जी हां, जिस एरिया की हम बात कर रहे हैं वो आर्मी की ए-वन लैंड है। एक किलोमीटर की रेंज में दर्जनभर आर्मी के जवान तैनात रहते हैं, फिर भी वहां लोगों के वाहन सुरक्षित नहीं है। संबंधित थाने में दर्जनों वाहन चोरी की शिकायतें पहुंच रही है। आइए आपको भी बताते हैं कि हम किस आर्मी एरिया की बात कर रहे हैं

रैम पार्क पार्किंग नहीं है सुरक्षित

औघड़नाथ मंदिर रोड जहां दर्जन भर आर्मी के जवान मुस्तैदी से ख्ब् घंटे तक तैनात रहते थे। उसी रोड के बारे में सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। इस रोड पर रैम पार्क की पार्किंग लोगों के वाहनों की बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। पिछले एक साल से यहां आने वाले लोगों के वाहन लगातार चोरी होते रहे हैं। ये बात हम नहीं पुलिस रिकॉर्ड की फाइलें कह रही हैं।

क्00 से अधिक शिकायतें

सदर थाने के अधिकारियों की मानें तो आर्मी की एन वन लैंड पर स्थित रैम पार्क की पार्किंग में चोरी होने की शिकायतों का आंकड़ा पिछले एक साल में क्00 से ऊपर पहुंच चुका है। पार्क में रोज घूमने आने वाले एक आदमी ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि दो दिन पहले भी एक स्कूटी चोरी हुई थी। यहां ऐसी घटनाएं आए दिन होती रहती हैं। जब पार्किंग बनाई गई है तो गार्ड भी होना काफी जरूरी है।

बड़े ही ताज्जुब की बात है

पार्क के दोनों ओर भ्00-भ्00 मीटर की दूरी औघड़नाथ मंदिर और मिलिट्री हॉस्पिटल के पास आर्मी के जवान तैनात रहते हैं। ऐसे में यहां से गाड़ी चोरी होना बड़े ही ताज्जुब की बात है, कुछ महीनों पहले तो आर्मी के जवान लोगों के डॉक्यूमेंट भी चेक करने लगे थे।

नहीं है जिम्मेदारी

वहीं आर्मी पार्किंग में गाड़ी चोरी होने की घटनाओं की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है। आर्मी ऑफिसर्स का मानना है कि पार्क के सामने पार्किंग इसलिए बनाई गई थी कि पब्लिक वहां सड़क पर गाडि़यों को बेतरतीब से न खड़ी करें। यहां किसी तरह का गार्ड या पब्लिक की गाडि़यों की रखवाली करने के लिए उनके पास अतिरिक्त जवान नहीं है। लोगों की खुद की जिम्मेदारी है।

वॉकिंग प्लाजा पर मेहरबानी क्यों?

सवाल ये उठता है अगर आर्मी के पास अतिरिक्त जवान नहीं है तो माल रोड पर वॉकिंग प्लाजा पर इतने जवान क्यों? क्या रैम पार्क में आने लोग वॉकिंग प्लाजा पर आने लोगों से अलग हैं। क्या उनकी और उनके वाहनों की सुरक्षा इतनी महत्वपूर्ण नहीं है?

'गाड़ी चोरी होने की शिकायतें आ रही है। अगर पिछले एक साल की बात करें तो क्00 से अधिक शिकायतें वाहन चोरी की आ चुकी हैं.'

- बृजमोहन यादव, थाना प्रभारी, सदर

'रैम पार्क के सामने पार्किंग का बोर्ड इसलिए लगाया गया है ताकि पब्लिक वहां बेतरतीब से गाड़ी को पार्क न करें। वहां कोई गार्ड लगाने की जिम्मेदारी आर्मी या सब एरिया की नहीं है। अगर गाड़ी चोरी हो रही हैं तो उसके लिए पब्लिक खुद जिम्मेदार है.'

- कर्नल आरके शर्मा, एडम कमांडेंट