- गोसाईगंज के अहमामऊ में बुधवार शाम की घटना

- पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, चार आरोपी अरेस्ट

LUCKNOW: सरोजनीनगर एरिया में रहने वाली किशोरी को उसके पड़ोसियों ने कैटरिंग में वेटर का काम दिलाने का झांसा दिया और उसे बुधवार शाम गोसाईगंज के अहमामऊ इलाके में ले गए। जहां उन्होंने रुपये लेकर किशोरी को एक शख्स को सौंप दिया। उस शख्स ने किशोरी से रेप की कोशिश की लेकिन, किशोरी के हंगामा करने की वजह से वह अपने मंसूबे में सफल न हो सका। उसके चंगुल से छूटकर किसी तरह अपने घर पहुंची पीडि़ता ने पूरी घटना परिजनों को बताई। पीडि़ता अपनी मां के साथ गोसाईगंज थाने पहुंची। जहां उसकी तहरीर पर पांच नामजद व एक अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई। पुलिस ने चार नामजद आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है, जबकि फरार अभियुक्तों की तलाश की जा रही है।

शुरू कर दिया हंगामा

पुलिस के मुताबिक, सरोजनीनगर के बगिया मोहल्ला निवासी मो। नदीम, रेशमा, नाजिया और अवसान घर के करीब रहने वाली किशोरी को कैटरिंग में वेटर का काम दिलाने का झांसा दिया और बुधवार शाम उसे लेकर गोसाईगंज के अहमामऊ में एचसीएल सिटी स्थित निर्माणाधीन पावर हाउस जा पहुंचे। जहां पहले से मौजूद महेश यादव ने नदीम को रुपये देकर पावर हाउस के बाहर ही रोक दिया और किशोरी को लेकर कमरे में पहुंचा। वहां पहुंचते ही महेश ने किशोरी से जबरदस्ती शुरू कर दी। लेकिन, किशोरी बहादुरी दिखाते हुए महेश से भिड़ गई और हंगामा शुरू कर दिया। बात बिगड़ती देख महेश डर गया और उसने नदीम को दिये रुपये छीन लिये। इसी बीच किशोरी मौका लगाकर वहां से भागकर घर पहुंची और परिजनों को पूरी घटना बताई। गुरुवार सुबह पीडि़ता किशोरी अपनी मां के साथ गोसाईगंज थाने पहुंची। पुलिस ने उसकी तहरीर पर पांच नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ रेप की कोशिश की एफआईआर दर्ज कर नाजिया, मो। नदीम, रेशमा व महेश यादव को अरेस्ट कर लिया। फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।

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पुलिसकर्मियों के शामिल होने का मैसेज वायरल

इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर दिन भर अलग-अलग मैसेज वायरल होते रहे। वाट्सएप पर वायरल हो रहे मैसेज में गोसाईगंज थाने में तैनात दो सिपाहियों के इस घटना के शामिल होने की बात कही जा रही थी। इसे लेकर पुलिस के अधिकारी भी हलकान रहे। फिलहाल इस घटना में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता अभी तक साफ नहीं हो सकी है। एसओ बलवंत शाही ने बताया कि मेडिकल जांच में पीडि़ता से रेप की पुष्टि नहीं हुई है। मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान के बाद स्थिति साफ हो सकेगी। उन्होंने कहा कि अगर पीडि़ता के बयान में किसी पुलिसकर्मी के इस घटना में शामिल होने की बात सामने आई तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।