-कारबाइन से किए गए हमले में कमल किशोर मिश्रा की मौके पर मौत, अमरनाथ मिश्रा हुए घायल

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न्क्त्रन्/क्कन्ञ्जहृन्: बीजेपी के सीनियर नेता और तत्कालीन प्रदेश उपाध्यक्ष विशेश्वर ओझा हत्याकांड के चश्मदीद गवाह कमल किशोर मिश्र को शुक्रवार की सुबह साढ़े सात बजे अपराधियों ने कारबाइन से छलनी कर दिया। जबकि एक किसान गंभीर रूप से घायल है और तीसरे ग्रामीण ने भागकर जान बचाई। आक्रोशित लोगों ने शव को रोककर काफी देर तक हंगामा किया। एसपी अवकाश कुमार के अनुसार प्रथम दृष्टया गवाही हत्या का कारण है। दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। हत्या जिले के कारनामेपुर ओपी अंतर्गत सोनवर्षा गांव में हुई। कारबाइन और राइफल से लैस चार अपराधियों ने करीब 15 राउंड फाय¨रग की। नौ गोलियां सोनवर्षा निवासी श्रीमन नारायण मिश्र के पुत्र कमल किशोर मिश्र (40) को लगीं। पुलिस को मौके से नाइन एमएम एवं 315 बोर के आठ खोखे मिले हैं।

खेत से चारा लेकर लौट रहे थे

कमल किशोर मिश्र गांव के अमरनाथ मिश्र और गुजराती मिश्र के साथ खेत से चारा लेकर लौट रहे थे। गांव के ब्रह्मास्थान के पास घात लगाए अपराधियों ने अंधाधुंध फाय¨रग कर दी। गोली लगने से कमल किशोर मिश्र की मौके पर ही मौत हो गई जबकि, अमरनाथ घायल हो गए। गुजराती मिश्र ने भागकर जान बचाई। अपराधी फाय¨रग करते हुए भाग निकले।

चार महीने पहले दी थी धमकी

विशेश्वर ओझा के छोटे भाई भुअर ओझा ने बताया कि ट्रायल को प्रभावित करने के लिए हमला हुआ है। आरोप विशेश्वर ओझा हत्याकांड में वांछित ब्रजेश मिश्र, उसके भाई व सहयोगियों पर लगाया है। कमल किशोर मिश्र ने चार महीने पहले धमकी दी गई थी।

2016 में हुई थी ओझा की हत्या

उल्लेखनीय है कि 12 फरवरी 2016 को विशेश्वर ओझा की सोनवर्षा गांव में ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसमें कमल किशोर मिश्र गवाह थे। उन्हें धमकी के बाद एक अंगरक्षक भी उपलब्ध कराया गया था। नौ जुलाई को कमल ने कोर्ट में गवाही दी थी।