सोचिए आप वीडियो गेम खेल रहे हों और गेम में मौजूद विलेन या मॉन्स्टर को तलवार या घूंसे से मारने के लिए बटन न दबाकर वास्तव में घूंसा मारने या तलवार चलाने जैसा स्टेप आपको करना हो तो कैसा लगेगा ? छोड़िए हम ही बता देते हैं.

आपने PlayStation और XBox वीडियो गेम कन्सोल सिस्टम के बारे में तो सुना ही होगा, दोनों ही वीडियो गेम खेलने के शौकीनों के लिए बेहतरीन प्रोडक्ट हैं. और अपनी श्रेणी में बिल्कुल नई तकनीक से लैस हैं। दोनों ही गेम कन्सोल आजकल इतने हाईटेक हो गए हैं और हाईली  इंटरैक्टिव सिस्टम के आधार पर काम करने लगे हैं, इनके यूज़र बिना किसी बटन पैनल के अब सिर्फ अपने बॉडी और हैंण्ड मूवमेंट द्वारा गेम को कन्ट्रोल कर सकते हैं. इसके लिए उन्हे सिर्फ इसके कैमरा सेंसर के सामने खड़ा होकर गेम के अकॉर्डिंग मूवमेंट करना होगा.

PlayStation सोनी कॉर्पोरेशन द्वारा बनाया गया हाई इंटरैक्टिव गेम सॉल्यूशन है, जिसके मुकाबले में Microsoft Corporation ने Xbox को लॉन्च किया. शुरूआत में दोनों ही गेम कन्सोलर हैंडहेल्ड बटन कन्ट्रोलर आधारित थे, लेकिन सोनी ने PlayStation3 के साथ प्लेस्टेशन आई को लॉन्च किया, जो एक वेब कैम की तरह काम करते हुए यूज़र को पूरी तरह इंटरैक्टिव माहौल देता है, जिसमें गेम खेलने वाले की हर एक मूवमेंट को कैमरा ट्रेस करके सीधे ही स्क्रीन पर उतार देता है. यह पूरा प्रोसेस इतनी जल्दी यानि रियल टाइम में होता है कि गेम का मज़ा

देखने लायक होता है. इसके अलावा ये यूज़र की वायस कमाण्ड भी तुरन्त एक्सेप्ट करता है. सोनी के Playstation 3 की टक्कर में Microsoft ने अपने गेम कन्सोल XBox के नए अवतार XBox 360 को लॉन्च किया, और इसके साथ जोड़ा एक अत्याधुनिक प्रोडक्ट Kinect जिसने कम्पनी के इंटरैक्टिव गेम कन्सोलर को जबरदस्त पावर दे दी.

 मजे की बात यह है कि माइक्रोसाफ्ट के Kinect लॉन्च करने के साथ ही Kinect ने XBox 360 के यूज़र के बीच ऐसी जगह बनाई कि Guinness World Records में Kinect सबसे तेज़ी से बिकने वाली कंज्यूमर इलेक्ट्रानिक डिवाइस के तौर पर दर्ज हो गई. रिकॉर्ड के मुताबिक Kinect की बिक्री का औसतन 1,33,333 यूनिट प्रतिदिन गति से हुई और कम्पनी अब तक दस लाख से अधिक Kinect डिवायसेस बेच चुकी है. माइक्रोसॉफ्ट को मिली ये सफलता सोनी के प्लेस्टेशन से भी कहीं अधिक रही.

    सामान्य तौर पर देखने सुनने में ये दोनों ही गेम कन्सोलर एक जैसे लगते हैं, लेकिन अपनी अपनी खूबियों और तकनीकि विशेष्ाताओं के आधार पर PlayStation 3 और XBox 360 With kinect में बहुत सारे अन्तर देखने को मिलेंगे. दोनों ही गेम कनसोल के ये अन्तर आपके लिए जानना तब और ज़रूरी हो जाता है, जब आप इसे खरीदने की सोच रहे हों. तो चलिए आपको बताते हें कि PlayStation 3 और XBox 360 with Kinect में प्रमुख अन्तर क्या हैं, और किस पर आपको और आपके बच्चों को ज्यादा मज़ा आने वाला है -

1-  दोनों ही गेम कन्सोल्स में HDMI आउटपुट पोर्ट मौजूद है, जो HD क्वालिटी डिसप्ले प्रदान करता है, लेकिन PS3  के 3 की अपेक्षा XBox 360 में 5 यूएसबी पोर्ट उपलब्ध हैं.

2-  Xbox’s Kinect गेम खेलने वाले की बॉडी मूवमेंट, आवाज़ और फेसियल एक्सप्रेशन को बहुत ही सटीक ढंग से पकड़ता है, लेकिन इसमें यूज़र डिसटेंस की लिमिट काफी कम है और इसके लिए बड़े प्ले एरिया की जरूरत पड़ती है, जैसे बच्चों के लिए डिसटेंस लिमिट 1.8 मीटर जबकि वयस्कों के लिए यह दूरी सीमा 2.4 मीटर से लेकर 3 मीटर तक है.

3- जहॉं एक ओर Sony PS 3 पुरानी टेक्नोलॉजी के प्रयोग के कारण मोशन सेंसिंग और फेसियल एक्सप्रेशन को लेकर कम सेंसटिव है, वहीं XBox 360 पर कई प्रकार के पॉपुलर गेम और एप्लीकेशन्स सही ढंग से इस्तेमाल नहीं हो पातीं.

4- कीमत और कन्टेंट के आधार पर दोनों ही गेम कन्सोल्स काफी हद तक समान ही ठहरते हैं. जहां एक ओर XBox 360 के साथ तमाम ऑफर्स और कम कीमत का लाभ मिलेगा, वहीं PlayStation 3 के साथ PlayTV, VidZone, BBC iPlayer आदि तमाम फैसिलिटी प्रमुख रूप से हावी रहेंगी.

  इन दोनों ही प्रकार के गेम कन्सोल्स आने वाले समय में मुख्य रूप से फ्री उपलब्ध गेम्स की संख्या और अन्य आकर्षक एप्लीकेशन्स के आधार पर ही एक दूसरे के साथ प्रतियोगिता करेंगे. जो कम्पनी ज्यादा बेहतर गेम्स और एप्लीकेशन्स उपलब्ध कराएगी, वो ही इंटरैक्टिव वीडियो गेम्स के शौकीनों को लुभा पाएगी.