- विधानसभा अध्यक्ष ने सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई

सदन को शांतिपूर्वक चलाने की जरूरत पर दिया जोर

देहरादून, मंगलवार से शुरू हो विधानसभा सत्र को देखते हुए सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष की मौजूदगी में दलीय नेताओं की बैठक संपन्न हुई। कार्यमंत्रणा समिति व नियम समिति की बैठक भी आयोजित हुई। दलीय नेताओं की बैठक में संसदीय कार्य मंत्री ने कहा है कि जनहित के विषयों पर सदन के अंदर सहयोगात्मक विचार-विमर्श किया जायेगा। संसदीय कार्य संचालन नियमावली के अधीन वो विषय सदन के पटल पर रखे जायेंगे, जिन विषयों पर राज्य की अपेक्षा रहती है।

विपक्ष ने दिया भरोसा

नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि प्रदेश हित के मुद्दों को सदन के पटल पर रखा जाता है तो प्रतिपक्ष सरकार को पूरा सहयोग देगा। इस दौरान उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से सदन चलाने का भी भरोसा दिया।

कई बिल आएंगे सदन में

सत्र के दौरान सदन के पटल पर रखे जाने वाले अध्यादेश, विधायी कार्य एवं औपचारिक कार्यो पर चर्चा भी की गयी। सदन के पटल पर इस बार उत्तराखंड सेवानिवृत्ति लाभ अध्यादेश-2018, उत्तराखंड नगर निकायों एवं प्राधिकरण हेतु विशेष प्राविधान-2018 अध्यादेश, पटल पर रखे जाने हैं। दो अधिनियम उत्तराखंड (उप्र शीरा नियत्रंण अधिनियम 1964) संशोधन विधेयक-2018, न्यायालय शुल्क संशोधन विधेयक-2018 व उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग संशोधन विधेयक-2018 पटल पर पुनर्विचार किया जाना है।

तीन से ज्यादा यािचका नहीं

नियम समिति की बैठक के दौरान निर्णय लिया गया है कि किसी उपवेशन की कार्यसूची में एक सदस्य की तीन से अधिक याचिकाएं नहीं रखी जायेंगी। लेकिन किसी उपवेशन में किसी अन्य किसी सदस्य की याचिका न होने की दशा में कार्यसूची में एक ही सदस्य की अधिकतम पांच याचिकाएं विधान सभा अध्यक्ष के आदेशानुसार रखी जा सकेंगी।