-पल्सर बाइक सवार तीन बदमाशों ने दिनदहाड़े दिया घटना को अंजाम, मोहल्ले में दहशत

-झूंसी स्थित विहिप गोशाला के कोषाध्यक्ष हैं बदमाशों की गोली से घायल विजय अग्रवाल

PRAYAGRAJ: झूंसी स्थित विहिप गोशाला के कोषाध्यक्ष विजय अग्रवाल (48) को गुरुवार सुबह गोली मार दी गई। बगैर नंबर की पल्सर सवार तीन बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया। गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गई। उन्हें एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। इलाज के बाद उनकी हालत खबरे से बाहर बताई गई। बदमाशों ने वारदात को उस वक्त अंजाम दिया, जब वह अपने घर के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित इलेक्ट्रानिक दुकान में भाई के साथ बैठे हुए थे। गोलियों की तड़तड़ाहट से पूरे मोहल्ले में दहशत फैल गई। लोग पहुंचते इसके पहले बदमाश फरार हो गए। विजय के भाई कृष्ण कुमार जायसवाल की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

तीन की संख्या में थे बदमाश

नगर पंचायत झूंसी के पटारी टोला निवासी विजय पुत्र सोमेश्वर अग्रवाल झूंसी स्थित विश्व हिन्दू परिषद गोशाला के कोषाध्यक्ष हैं। घर के ग्राउंड फ्लोर पर उनकी इलेक्ट्रानिक की दुकान है। बताते हैं कि गुरुवार सुबह करीब 11 बजे वह आरएसएस से जुड़े छोटे भाई रवि अग्रवाल के साथ दुकान में बैठे हुए थे। इस बीच पल्सर सवार तीन युवक दुकान के सामने पहुंचे। बाइक चला रहे युवक ने हेलमेट पहन रखा था। इसके पीछे बैठे दूसरे युवक का मुंह गमछे से बंधा हुआ था। जबकि तीसरे का मुंह खुला था। बाइक पर पीछे बैठे दोनों युवक उतरे और थोड़ी देर आसपास का लोकेशन लिए। इसके बाद जिसका मुंह खुला वह दुकान में बैठे विजय अग्रवाल पर गोलियां बरसाने लगा। गोली विजय के पैर में जा धंसी।

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विजय को रतन समझ बैठे बदमाश?

प्रॉपर्टी डीलर और फाइनेंसर रतन अग्रवाल से फोन पर दस लाख रुपए की रंगदारी 22 मई को मांगी गई थी। इस बात की रिपोर्ट झूंसी थाने में दर्ज है। शेरडीह में रतन की कई बीघा जमीन है। रंगदारी मांगने का प्रकरण जेल और शेरडीह से भी जुड़ा था। रतन अग्रवाल और विजय एक ही परिवार के हैं। विजय का रतन रिश्ते में भतीजा है। बताते हैं कि दोनों की कद-काठी काफी हद तक मिलती है। ऐसे में माना जा रहा है कि बदमाश रंगदारी देने के बजाय रिपोर्ट दर्ज कराने वाले रतन अग्रवाल को टपकाने पहुंचे थे। मगर उन्हें सूचना देने वाला शख्स कद-काठी एक जैसी होने के कारण विजय को ही रतन समझ बैठा। उसकी सटीक मुखबिरी पर पहुंचे बदमाशों ने विजय पर ही गोलियां बरसाना शुरू कर दिया।

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गोली से घायल विजय के भाई की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर बदमाशों की तलाश की जा रही है। यह सच है कि रतन अग्रवाल रिश्ते में विजय का भतीजा है। रतन से मांगी गई रंगदारी की रिपोर्ट दर्ज है। घटना की पूरी तफ्तीश के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है। घायल विजय खतरे से बाहर हैं।

विनोद कुमार, इंस्पेक्टर झूंसी