दिनभर पुलिस की गश्त के चलते नही हो सका विरोध

सख्ती के बाद लोहियानगर में गिरना शुरु हुआ कूड़ा

विरोध में एक दर्जन से अधिक गांवों की पंचायत आज

Meerut। शहर के कूडे़ के निस्तारण में विफल निगम भले ही इस समस्या का कोई स्थाई उपाय न ढूंढ पा रहा हो लेकिन फिलहाल निगम ने लोहियानगर में सख्ती कर कूड़े को एडजस्ट करने का जुगाड़ ढूंढ लिया है। ग्रामीणों के विरोध के चलते गत एक सप्ताह से प्रभावित हो रहा शहर के कूडे़ की डंपिंग का काम ग्रामीणों की गिरफ्तारी के दूसरे दिन सुचारु रूप से चला। दिनभर निगम की गाडि़यां शहर से कूड़ा एकत्र कर डंपिंग ग्राउंड में डालती रही। वहीं हंगामे की आशंका के चलते पुलिस की गाडि़यों की गश्त भी जारी रही। वहीं, इस संबंध में गुरुवार को एक दर्जन से अधिक गांवों के लोगों को एकत्र कर बैठक में धरने की रणनीति तैयार की जाएगी।

अधिकारियों की डयूटी

हंगामे की आशंका के चलते बुधवार सुबह से ही डंपिंग ग्राउंड में पुलिस की गश्ती वैन को तैनात कर दिया गया। वहीं निगम के आला अधिकारियों की भी डंपिंग ग्राउंड में ड्यूटी लगा दी गई। सुबह सवेरे कुछ ग्रामीणों के पहुंचने की सूचना पर पुलिस और निगम की टीम मौके पर पहुंच गई लेकिन किसी प्रकार का विरोध नही हो सका। देर शाम तक निगम के डिपो प्रभारी, सुपरवाइजर और सफाई कर्मचारी डंपिंग ग्राउंड में ही डटे रहे।

गांवों में चला संपर्क अभियान

बुधवार को निगम और पुलिस की सख्ती के चलते आसपास के गांव के लोगों ने किसी प्रकार का विरोध नही किया। लेकिन अंदर खाने कूड़े के विरोध में लोगों को एकत्र करने के लिए संपर्क अभियान चलाया गया। कांग्रेस सेवा दल के जिलाध्यक्ष रोहित गुर्जर के नेतृत्व में काजीपुर, घोसीपुर, लोहियानगर, अलीपुर आदि गांवों में लोगों से बातचीत कर धरने की योजना बनाई गई।

कूडे़ के विरोध में होगा धरना

बीते मंगलवार को कूड़ा का विरोध कर रहे ग्रामीणों को हिरासत में लेने के बाद मामला और अधिक गरमा गया है। पहले कूड़ा और फिर गिरफ्तारी से गुस्साए ग्रामीण अब कूडे़ के विरोध में कूड़ा स्थल पर बकायदा शांति पूर्वक धरने पर बैठने की योजना बना रहे हैं।

लोहियानगर में जिन लोगों का विरोध था उन पर कार्रवाई कर मामला शांत करा दिया गया है। अब किसी प्रकार का विरोध नही है। जो विरोध करेगा उस पर कानूनी कार्रवाई होगी।

डॉ। कुंवर सेन, नगर स्वास्थ्य अधिकारी

कूडे़ के विरोध में लगातार आसपास के गांव के लोगों से संपर्क किया जा रहा है। हम गांवड़ी के तर्ज पर धरना देकर अपना विरोध जताएंगे।

रोहित गुर्जर