- कोटे की दुकान निरस्त करने की मांग कर रहे थे ग्रामीण

- कोटेदार पक्ष और ग्रामीणों में हो गई भिड़ंत

SAHJANWA: सहजनवां एरिया के कुसमाखुर्द में चल रहे कोटे के विवाद में अधिकारियों की लापरवाही ने डीएम के तहसील दिवस में हंगामा करा दिया। हंगामा इतना जोरदार था कि करीब 20 मिनट तक पूरी फोर्स के साथ एसडीएम सहजनवां व सीओ कैंपियरगंज ग्रामीणों को समझाते रहे। इसके बावजूद वे अपनी मांग पूरा करने की जिद पर अड़े हुए थे। सैकड़ों की संख्या में महिलाएं व पुरुष तहसील सभागार में हल्ला करते हुए घुस रहे थे। किसी तरह प्रशासन ने उनसे चार दिन का समय लेकर मामले का निस्तारण करने का आश्वासन देकर मामले को शांत कराया।

प्रदर्शन के बाद हुआ हंगामा

मंगलवार सुबह 10 बजे कुसमाखुर्द निवासी ग्राम प्रधान अयूब खां, रामनरेश, श्रीराम यादव, पन्नेलाल समेत दर्जनों ग्रामीणों तहसील सभागार के बाहर धरने पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे थे। उनका आरोप था कि कोटेदार के खाद्यान की कालाबाजारी मामले में दो माह पूर्व दुकान पर रोक लगाकर मंझरिया की दुकान से अटैच किया गया। लेकिन अबतक दुकान को निरस्त नहीं किया गया। जबकि पिछले तहसील दिवस में भी शिकायत पत्र देकर दुकान को निरस्त करने का मांग की गई थी। लोग दोपहर 12 बजे डीएम को ज्ञापन देने के लिए तहसील सभागार में जा रहे थे। उधर कोटेदार परदेशी भी सैकड़ों महिलाओं के साथ डीएम को ज्ञापन देने जा रहा था। इस बीच तहसील सभागार में दोनों पक्षों के लोग हंगामा करने लगे। कोटेदार का आरोप है की ग्राम प्रधान चुनावी रंजिश के कारण साजिश कर रहे हैं।

मायूस लौटे फरियादी

वहीं, सहजनवां तहसील दिवस की अध्यक्षता डीएम के करने को लेकर अन्य फरियादियों में काफी उत्साह था। लेकिन मामलों का निस्तारण ना होने से फरियादियों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ा। इस दौरान कुल 205 मामले आये थे जिसमें मात्र छह का ही निस्तारण हो पाया। इस मौके पर एसएसपी रामलाल वर्मा, डीडीओ बब्बन उपाध्याय, सीडीओ मन्नान खां, सीएमओ रविंद्र कुमार, डीपीआरओ आरके भारती, सीओ कैंपियरगंज मनोज पांडेय, एसडीएम सहजनवां दिनेश मिश्रा, तहसीलदार अनिल रस्तोगी समेत अनेक लोग मौजूद रहे।