2006 में दी थी कड़ी टक्कर, 2000 वोट से हुई थी हार

1967 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ के रह चुके हैं अध्यक्ष

ALLAHABAD: नगर निकाय चुनाव तैयारियों के बीच कई दिनों से इलाहाबाद में मेयर सीट पर कांग्रेस और सपा के संयुक्त प्रत्याशी की चर्चा चल रही थी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को मेयर की लिस्ट जारी कर तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया।

सभी ने घर पहुंच दी बधाई

अखिलेश यादव ने पार्टी के वरिष्ठ और पुराने पदाधिकारी व कार्यकर्ता रहे विनोद चंद्र दुबे को इलाहाबाद से मेयर का प्रत्याशी घोषित किया है। इनका नाम यहां से भेजा गया था, लेकिन इनके नाम पर ही पार्टी मुहर लगाएगी, ये कनफर्म नहीं था। गुरुवार को नाम क्लीयर होने के बाद सपा के कार्यकर्ता व पदाधिकारियों ने दुबे के घर पहुंच कर बधाई दी।

काफी लंबा है राजनीतिक करियर

विनोद चंद्र दुबे 1967 में 22 साल की उम्र में इलाहाबाद छात्र संघ के अध्यक्ष रह चुके हैं। लोहिया जी से प्रभावित होने के साथ ही वे शुरू से सपा से जुड़े हुए हैं। डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के तीन बार अध्यक्ष रहने के साथ ही 25 साल से टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष हैं। सिविल लाइंस व्यापार मंडल के साथ ही अन्य सामाजिक संस्थाओं से भी जुड़े हैं। 2006 में समाजवादी पार्टी ने विनोद चंद्र दुबे को मेयर पद का प्रत्याशी बनाया था। उस समय निकटतम प्रतिद्वंदी चौधरी जितेंद्रनाथ सिंह मात्र दो हजार वोट के अंतर से चुनाव जीते थे।