- अगल-बगल बैठकर चलते थे गाजीपुर के नामचीन बदमाश

- अब नेटवर्क ध्वस्त करने की कोशिश में लगी है पुलिस

GORAKHPUR : पूर्व ज्येष्ठ ब्लाक प्रमुख लाल बहादुर यादव की हत्या में आए नये मोड़ की सिटी में खूब चर्चा रही। एक तरफ जहां विनोद उपाध्याय से जुड़े लोग पुलिस कार्रवाई पर उंगली उठा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ पुलिस अब इस गैंग से जुड़े बदमाशों को जेल भेजने में लगी है। विनोद से जुड़े करीब एक दर्जन लोगों पर शिकंजा कस सकता है। पुलिस अफसरों का कहना है कि गोरखपुराइट्स का चैन छीनने वाले बदमाशों को बख्शा नहीं जाएगा।

अगल-बगल बैठकर चलते थे गाजीपुर के बदमाश

बाहुबल और पॉलिटिकल एप्रोच की बदौलत विनोद उपाध्याय अपनी ताकत मजबूत करने में लगा था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि विनोद नये लड़कों की टीम को जोड़कर अपना वर्चस्व बढ़ा रहा था। गाजीपुर जिले के चर्चित बदमाश राजेश और संतोष कुमार हमेशा साए की तरह विनोद के साथ रहते थे। राजेश को विनोद अपने दाएं और संतोष को बाएं बैठाकर लग्जरी व्हीकल में चलता था ताकि किसी के हमले में उसको खास नुकसान न हो। लाल बहादुर मर्डर में आशंका की जद में आए धनंजय तिवारी और रिंकू पांडेय को प्रोटेक्शन देने के लिए विनोद उन्हें अपने साथ लेकर चलने लगा था। यही वजह है कि पुलिस को मामले में कामयाबी जल्दी मिल गई वरना पुलिस सिर्फ पकड़ने और छोड़ने का खेल खेलती रह जाती।

अब नेटवर्क तोड़ने में लगी है पुलिस

गोरखपुर पुलिस अब बदमाशों का नेटवर्क तोड़ने में लगी है। सिटी में एक्टिव बदमाशों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। फिलहाल पुलिस के टारगेट पर विनोद उपाध्याय से जुड़े बदमाश हैं जिनका कोई क्रिमिनल रिकार्ड रहा है। पुलिस ऐसे लोगों पर भी नजर रख रही है जो बदमाशों को संरक्षण देने के साथ-साथ जरूरत पड़ने पर उनकी मदद करते हैं। एक पुलिस अधिकारी इस मामले में सीधे मॉनिटरिंग कर रहे हैं। विनोद के बाद अन्य गैंग के बदमाश भी पुलिस के निशाने पर आ गए हैं। मॉनिटरिंग करने वाले अफसर ने मातहतों को निर्देश दिया है कि बदमाशों को पुलिस की मौजूदगी का अहसास कराया जाए।

बदमाशों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस कार्रवाई कर रही है। सिटी में एक्टिव बदमाशों का नेटवर्क तोड़ा जाएगा। बदमाशों की मदद करने वाले सफेदपोशों की लिस्ट भी बनाई गई है।

परेश पांडेय, एसपी सिटी