जेल में मिलने वाले लजीज व्यजनों पर शासन ने लगाई रोक

जेल में बंद बंदी कैंटीन में लजीज व्यंजनों के साथ करते हैं पार्टी

Meerut। जेल के अंदर कैंटीन में लजीज व्यंजनों की दावत करने वाले बंदियों के लिए बुरी खबर है। शासन ने जेल की कैंटीन में मिलने वाले लजीज व्यंजनों पर रोक लगा दी है। जेल अधिकारियों का कहना है कि शासन के आदेशानुसार अब कैंटीन में साधारण खाने की व्यवस्था कर दी गई है। साथ ही समोसे, छोलू-भटूरे समेत जेल में मिलने वाले लजीज व्यंजनों पर रोक लगा दी गई है।

ये है मामला

शासन को लगातार सूचना मिल रही थी कि जेल की कैंटीन में बंदियों को लजीज व्यंजन उपलब्ध कराया जाता है। जिसके बाद जांच में खुलासा हुआ कि जेल में कैंटीन संचालक बंदियों को मांग के अनुसार बाहर से लजीज व्यंजनों के साथ ही शराब व नशे का सामान भी उपलब्ध कराते हैं। गौरतलब है कि इससे पहले मुजफ्फरनगर, बरेली, आजमगढ़, बिजनौर समेत कई जिला जेलों में बंदियों की लजीज व्यंजन खाते व शराब पीते हुए फोटो भी वायरल हो चुकी है।

छोलू भटूरे व समोसे पर रोक

वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ। विधुदत्त पांडे का कहना है कि पहले जेल की कैंटीन में समोसे, छोलू-भटूरे, ब्रेड पकोड़े, चाउमीन, डोसा, पराठे, स्टफ नान, फ्राई दाल, फ्राई सब्जी व बंदियों की मांग के अनुसार उन्हें लजीज व्यंजन उपलब्ध हो जाते थे। मगर एक हफ्ते पहले आए शासन के आदेश अनुसार जेल की कैंटीन में मिलने वाले लजीज व्यंजनों पर रोक लगा दी गई है। अब जेल में बिस्कुट, चाय, खिचड़ी, दूध, मठ्ठा, दही, दाल, रोटी, आचार आदि साधारण खाना ही मिलेगा।

शासन के निर्देशानुसार जेल की कैंटीन में मिलने वाले लजीज व्यंजनों पर रोक लगा दी गई है।

डॉ। विधुदत्त पांडेय, वरिष्ठ जेल अधीक्षक