>RANCHI:टीबी एक संक्रामक बीमारी है। यह खांसने, छींकने और थूकने से फैलती है। इसके वायरस हवा में तैरते हैं। यह बीमारी पीडि़त व्यक्ति के संपर्क में आने से भी हो सकती है। अगर आप भी संबंधित व्यक्ति के पास जा रहे हैं, तो सावधानी बरतें। अगर कोई व्यक्ति टीबी से पीडि़त हो जाता है तो उसके आसपास रहने वाले लोग भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। यह विचार जागरण पहल की ओर से आयोजित वर्कशॉप डायबिटीज और टीबी में संबंध में उभर कर सामने आए। मौके पर टीबी और डायबिटीज जैसी घातक बीमारियों की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने कई आश्वासन दिए। इनकी रोकथाम के लिए कई जरूरी कदम उठाने की भी बात कही गई।

जागरण पहल की ओर से उठाया गया यह एक बेहतर कदम है। इसके लिए जागरण को बधाई। हॉस्पिटल में आने वाले पेशेंट्स को डायबिटीज टेस्ट के लिए भेजा जाएगा, ताकि उनकी बीमारी को खतरनाक स्टेज में पहुंचने से रोका जा सके।

रामचंद्र चंद्रवंशी, स्वास्थ्य मंत्री, झारखंड

लोगों को अवेयर करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। टीबी और डायबिटीज के लक्षण दिखने पर पेशेंट की तत्काल स्क्रीनिंग कराई जाएगी। लोगों के लिए सदर हॉस्पिटल में स्क्रीनिंग और मेडिसीन की मुफ्त सुविधा उपलब्ध है।

डॉ। गोपाल श्रीवास्तव, सिविल सर्जन, रांची

लोग जागरूक हो रहे हैं, इस वजह से टीबी के केसेज सामने आ रहे हैं। लोगों को दोनों बीमारियों को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है, ताकि इसे बढ़ने से रोका जा सके।

डॉ। राकेश दयाल, स्टेट टीबी आफिसर, झारखंड

जागरण पहल की शुरुआत काबिले तारीफ है। लोगों को इसके प्रति जागरूक होने की जरूरत है। इसके लिए जेएसपीएल कई सुविधाएं लोगों को उपलब्ध कराएगा। इनमें स्टेट हेल्पलाइन नंबर, हेल्थ वर्कर्स और आशा को ट्रेनिंग सहित हर घर से ब्लड सैंपल के कलेक्शन के काम शामिल हैं।

कुमार अमन, सीएसआर हेड, जेएसपीएल