भीमलौर में तेज बुखार से दो बच्चों की मौत के बाद हेल्थ टीम पहुंची थी दवा बांटने

>GULDIYA: ब्लॉक मझगवां के ग्राम भीमलौर और मंझा मे वायरल बुखार और डायरिया ने महामारी का रूप ले लिया है। हालात यह है कि पिछले दिनों दो बच्चों की मौत के बाद थर्सडे दवा बांटने पहुंची हेल्थ टीम के पास दवा ही घट गई। बताया जा रहा है कि दोनों गांव में हर घर में वायरल बुखार और डायरिया से पीडि़त हैं। वहीं हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम फ्राइडे को दवा वितरित करने गांव नहीं पहुंची।

एक माह से बुखार बना कहर

पिछले एक माह से ग्राम भीमलौर और मंझा में लोग वायरल फीवर और डायरिया से पीडि़त हैं। गांव के लगभग हर घर में मरीज हैं। इसके चलते निजी हॉस्पिटल में मरीजों की दिनभर भीड़ लग रही है। बुखार के चलते गत छह अगस्त को गांव के राम गोपाल का बेटे की मौत हो गई थी। वहीं 9 अगस्त को जगतपाल की एक साल की बेटी सृष्टि ने भी दम तोड़ दिया था। अकेले भीमलौर में ही सौ से अधिक लोग बीमार हैं। जबकि ऐसा ही हाल मंझा गांव का भी है।

दवा लेकर पहुंची हेल्थ टीम

भीमलौर के लोगों की सूचना पर थर्सडे ब्लॉक बड़ागांव सीएचसी प्रभारी जेपी गुप्ता के नेतृत्व वाली हेल्थ टीम दवा लेकर गांव पहुंची। ग्रामीणों के मुताबिक कुछ मरीजों को ही दवा बंट सकी थी कि हेल्थ डिपार्टमेंट के पास दवा खत्म हो गई। जबकि सैकड़ों लोग लाइन में दवा लेने के लिए लगे थे। गांव के लोगों का कहना था कि दवा खत्म होने पर सीएचसी प्रभारी ने कहा कि दवा खत्म हो गई है। फ्राइडे को बाकी मरीजों को दवा वितरित की जाएगी। हालांकि टीम मौके पर नहीं पहुंची।