- पीएमसीएच में एक हफ्ते में डायरिया और वायरल के पहुंचे 80 से अधिक पेशेंट

- इन दिनों हॉस्पीटल में एडमिट 50 परसेंट से अधिक पेशेंट डायरिया और वायरल के

- सोडियम, पोटैशियम और पानी की कमी न होने दें बच्चे को

PATNA: बारिश के मौसम में इन दिनों डायरिया और वायरल का अटैक दर्जनों लोगों को शिकार बना रहा है। बच्चों में इसके केसेज तेजी से फैल रहे हैं। गंदा पानी, जलजमाव, खान-पान में असावधानी और ऐसे ही अन्य कारणों से इसका प्रकोप बढ़ रहा है। खासतौर से नॉर्थ बिहार से इसके केसेज सबसे अधिक रिपोर्ट किए जा रहे हैं। शुक्रवार को पीएमसीएच के पेडियाट्रिक डिपार्टमेंट में करीब क्ब्-क्7 पेशेंट डायरिया के एडमिट किए गए। इनमें कुछ की हालत स्थिर है, तो मैक्सिमम की हालत को काबू करने में मशक्कत करनी पड़ रही है। एक कारण इसका देर से उपचार भी है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है इससे बच्चों को बचाने का समुचित प्रबंध करना।

हर दिन हो रहा है रिपोर्ट

डॉक्टर्स की मानें, तो इस पूरे महीने में सबसे अधिक रिर्पोटेड केस वायरल ही हैं। पीएमसीएच के पेडियाट्रिक डिपार्टमेंट में दो दिनों से एडमिट चौदह साल के नवनीत कुमार को वायरल का कहर सता रहा है। वह मधेपुरा के बेलहा घाट का रहने वाला है। इसी प्रकार मोतिहारी से आए तीन साल के सोनू सहित दर्जन भर पेशेंट का कमोबेश यही हाल है। डिहाइड्रेशन हो जाए, तो परेशानी और बढ़ जाती है। पीएमसीएच के पेडियाट्रिक डिपार्टमेंट से मिली जानकारी के अनुसार फिलहाल ख्0 से अधिक केस हर दिन यहां रिपोर्ट किया जा रहा है। सिर्फ मेडिसिन इमरजेंसी की ही बात करें, तो यहां ख्भ् से ख्8 केस के लक्षण वाले पेशेंट हर दिन रिपोर्ट किया जा रहा है।

उल्टी और बुखार से हैं परेशान

वेस्ट चंपारण के सबैढ़वा गांव निवासी सात सात का अभिषेक कुमार पिछले पांच दिनों से पीएमसीएच के पेडियाट्रिक वार्ड में एडमिट है। उसकी मां गायत्री ने बताया कि वह यहां पांच दिन से एडमिट है, लेकिन बुखार रह-रह कर हो जाता है। जाने का नाम ही नहीं ले रहा है। हालांकि दवा और इंजेक्शन आदि डॉक्टर लगातार दे रहे हैं। डॉक्टरों के मुताबिक वह गंदे पानी के यूज के कारण बीमार हुआ है और डायरिया से पीडि़त है। पीएमसीएच में बेतिया के सतगढ़ा गांव की पांच साल की स्वाति की मां सरस्वती देवी इस बात से चिंतित हैं कि उसके बदन में बार-बार अकड़न सी हो रही है। दो दिन से एडमिट है और पिछले एक माह पहले से ही बीमार है। उसे वायरल फीवर है।

वायरल और बैक्टीरियल दोनों

इन दिनों डायरिया और वायरल का कहर ऐसा है कि हर सौ पेशेंट में से भ्0 इसी बीमारी से पीडि़त हैं। डॉ दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि अगर क्00 पेशेंट की बात करें तो उनमें फ्भ् वायरल के और क्भ् डायरिया के आ रहे हैं। अन्य बीमारियों में वाटर बॉर्न डिजीजेज शामिल हैं। टायफाइड, डेंगू व अन्य बीमारियां भी दस्तक दे रही हैं। पीएमसीएच में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ राजीव कुमार सिंह ने बताया कि इन दिनों वायरल और बैक्टीरियल दोनों ही बीमारियां परेशानी कर रही हैं। विशेषकर पांच साल के कम के बच्चों में बुखार का कारण रोटा वायरस है। अगर डिहाइड्रेशन हो, तो उसे ओआरएस का घोल बनाकर देना चाहिए। परेशानी ज्यादा हो तो डॉक्टर को जरूर दिखा लेना चाहिए। खास बात ध्यान देने की यह है कि ऐसे केस में एंटीबायोटिक न दे। जिंक इफेक्टिव रिजल्ट देगा।